एएनएम कर्मियों का जिला कार्यालय में दूसरे दिन भी धरना जारी..
रुद्रप्रयाग: कोविड के दौरान जान जोखिम में डालकर वैक्सीनेशन करने वाली एएनएम कर्मियों का आंदोलन दूसरे दिन भी जारी रहा। जिलाधिकारी कार्यालय में अपना धरना-प्रदर्शन करते हुये कर्मियों ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा आउट सोर्स कंपनी के माध्यम से नई एएनएम की भर्ती की जार रही है, जबकि जो पूर्व में तैनात हैं, उन्हें हटाया जा रहा है। कोविड काल में दिन-रात सुदूरवर्ती गांवों में कार्य करने के सात माह बीत जाने के बाद भी वेतन नहीं दिया गया और अब बिना विज्ञप्ति प्रकाशित किए आउट सोर्स कंपनी के माध्यम से नई एएनएम की भर्ती की जा रही है, जिसका विरोध किया जायेगा। यदि शीघ्र मांग पूरी नहीं होती है तो आंदोलन तेज किया जायेगा।
जिलाधिकारी कार्यालय धरना देते हुये कर्मियों ने कहा कि जब तक आउट सोर्स के माध्यम से की जा रही नई भर्ती पर रोक नहीं लग जाती और पूर्व में तैनात उपनल कर्मियों को यथावत नहीं रखा जाता है, तब तक उनका आंदोलन समाप्त नहीं होगा। उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से उन्हें सात माह से वेतन भी नहीं दिया गया है, जबकि तीन हजार की प्रोत्साहन राशि एवं सौ रूपए रोज के खाने के पैंसे दिए जाने की बात की गई थी। लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं दिया गया है। कुछ लोगों को केवल दो माह की वेतन जरूर मिला है, मगर ज्यादातर एएनएम को सात माह का वेतन नहीं मिला है, जिससे उनके सामने रोजी-रोटी का संकट भी पैदा हो गया है।
जबकि अपने खर्चे पर मदमहेश्वर घाटी के दूरस्थ क्षेत्र रांसी-गौंडार जैसे सुदूरवर्ती इलाकों में इन्हीं एएनएम कर्मियों ने टीकाकरण का कार्य पूरा किया। अपना सारा कामकाज और छोटे-छोटे बच्चों को छोड़कर धूप व बरसात में एएनएम कर्मियों ने अपनी जिम्मेदारी निभाई, बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग की ओर से इनका भारी शोषण किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग के इसी रवैए से खफा होकर अब एएनएम कर्मियों ने जिलाधिकारी कार्यालय में अपना आंदोलन शुरू कर दिया है और उनका साफ तौर पर कहना है कि जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती, तब तक वे आंदोलन के साथ ही हाईकोर्ट का दरवाजा तक खटखटाने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि अब स्वास्थ्य विभाग की मनमानी किसी भी कीमत पर नहीं चलने दी जाएगी। इस मौके पर एएनएम मीरा राणा, ललिता, विनिता, विजिया, सोनम, दीक्षा, सोनिया, असरूपी, नीलम, राजेश्वरी, मनीषा, मीरा, रश्मी, दीक्षा, रेखा, सुगंधा, पुष्पा, प्रेरणा सहित अन्य मौजूद थी।