सैनिक स्कूल को बंद किये जाने के फरमान से कांग्रेस में आक्रोश..
जनता के सहयोग से केन्द्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ छेड़ा जायेगा आंदोलन: सुश्री राणा..
जखोली। विकासखंड जखोली के थाती-बड़मा में 9 साल पूर्व स्वीकृत सैनिक स्कूल को केन्द्र सरकार द्वारा बन्द किये जाने के फरमान का पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष सुश्री लक्ष्मी राणा ने पुरजोर विरोध किया है। उन्हांेने केन्द्र व प्रदेश सरकार को चेतावनी दी है कि यदि भाजपा की डबल इंजन सरकार ने कांग्रेस शासन में स्वीकृत सैंनिक स्कूल को बंद किया तो कांग्रेस स्थानीय जनता के सहयोग से विशाल जन आंदोलन करेगी और इसकी सम्पूर्ण जिम्मेदारी भाजपा सरकार की होगी।
यहां जारी विज्ञप्ति में कांग्रेस पार्टी की प्रदेश महिला प्रभारी एवं कांग्रेस चुनाव मेनीफेस्टो समिति सदस्य व पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने कहा कि वर्ष 2013-14 में कांग्रेस शासन में सैनिक स्कूल की स्वीकृति मिली और स्थानीय लोगों ने सैंनिक स्कूल को रुद्रप्रयाग के जखोली ब्लाक के थाती बड़मा दिगधार में स्थापित किये जाने को लेकर एक हजार नाली से ऊपर कृषि भूमि विभाग के नाम देकर निर्माण कार्य करवाने के लिए अपना पूरा सहयोग प्रदान किया था।
नौ वर्ष पूर्व सैनिक स्कूल के लिए जखोली के थाती-बड़मा में ग्रामीणों ने अपनी एक हजार नाली कृषि भूमि दान में दी। सुश्री राणा ने कहा कि तत्कालीन सरकार ने कार्य की जिम्मेदारी यूपी निर्माण निगम को सौंपते हुए 10 करोड़ जारी कर दीवार निर्माण के साथ ही एप्रोच मार्ग निर्माण कार्य किया था, लेकिन वर्ष 2017 में भाजपा के सत्ता में आने के बाद स्वीकृत सैनिक स्कूल के निर्माण को अधर में लटका कर रख दिया है।
इससे साफ जाहिर होता है कि डबल इंजन पूरी तरह फेल हो चुका है। लक्ष्मी राणा ने कहा कि लम्बा समय गुजर जाने के बाद भी स्वीकृत सैनिक स्कूल के मुद्दे पर डबल इंजन की सरकार केंद्र व प्रदेश सरकार प्रत्यक्ष रूप से दोषी रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने अविलम्ब सैनिक स्कूल के मुद्दे पर अपना रुख स्पष्ट नहीं किया तो कांग्रेस जनता के सहयोग से विशाल जनान्दोलन छेड़ेगी।