51 वर्षों बाद अगस्त्यमुनि में होगा अष्टादश पुराण का आयोजन..
धार्मिक अनुष्ठान को लेकर विभिन्न समितियों का गठन..
रुद्रप्रयाग। विश्व कल्याण की कामना एवं क्षेत्र की सुख समृद्धि एवं शान्ति के लिए अगस्त्यमुनि में 19 जून से 29 जून तक अष्टादश पुराण कथायज्ञ का आयोजन किया जायेगा। वर्ष 1971 के बाद अगस्त्यमुनि में अष्टादश पुराण का आयोजन होगा। आयोजन की तैयारी एवं रूप रेखा बनाने के लिए अगस्त्य मन्दिर प्रांगण में अगस्त्यमुनि के प्रबुद्ध जनों की एक बैठक आहूत की गई।
कीर्तन मण्डली की अध्यक्ष शाकम्बरी खत्री की अध्यक्षता में आहूत बैठक में महायज्ञ के आयोजन को लेकर विभिन्न समितियों का गठन भी किया गया।
जिसमें संरक्षक बद्री नारायण के करपात्री महाराज ब्रह्मचारी भागवत प्रपन्नाचार्य जी महाराज तथा कोटेश्वर महादेव के महन्त स्वामी शिवानन्द गिरी महाराज को बनाया गया। इस अवसर पर सभी भक्तजनों को संबोधित करते हुए करपात्री महाराज ने कहा कि श्री अगस्त्य महाराज, केदारेश्वर एवं बद्रीनारायण महाराज की प्रेरणा से विश्व मंगल के इस महायज्ञ को सभी अपना कार्य समझते हुए अपना योगदान दें।
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स्वामी शिवानन्द गिरी महाराज ने कहा कि आप लोगों के सतसंकल्प से निश्चित ही यह कार्य संपंन होगा। किसी भी कार्य को करने के लिए सभी की सदिच्छा का होना तथा भक्तिभाव से जुड़ना आवश्यक है। इसके लिए क्षेत्र के प्रत्येक गांव तथा ग्रामीण से हिस्सा प्राप्त करना होगा। बैठक का संचालन करते हुए नाकोट के सरपंच हर्षवर्धन बेंजवाल ने बताया कि अगस्त्यमुनि में अष्टादश पुराण का आयोजन 51 वर्षों के बाद अगस्त्यमुनि में अष्टादश पुराण का आयोजन हो रहा है। यह क्षेत्र के लिए गौरव के क्षण हैं। इसके लिए सभी जनों को तन-मन और धन से समर्पित होना होगा।
आषाड़ मास के गुप्त नवरात्रों में 19 जून को महायज्ञ प्रारम्भ होगा। जिसमें 28 जून को भव्य जलयात्रा तथा 29 जून को पूर्णाहुति के साथ ही महायज्ञ संपंन होगा। महायज्ञ में पंडित बृजमोहन सेमवाल, विपिन काण्डपाल, लम्बोधर मैठाणी, नीलकण्ठ पुरोहित, नवीन सेमवाल, वेदप्रकाश पुरोहित जैसे कई विद्वान आचार्यों को निमन्त्रण दिया गया है।
बैठक में श्रीनन्द जमलोकी, व्यापार संध अध्यक्ष नवीन बिष्ट, गिरीश बेंजवाल, मदमोहन बेंजवाल, कुंवर सजवाण, राजेश बगवाड़ी, हरीश गुसाईं, शुत्रुघ्न नेगी, उमेश भट्ट, कालिका प्रसाद सेमवाल, रागनी नेगी, उमा कैन्तुरा, विनीता रौतेला सहित कई प्रबुद्ध जनमौजूद रहे।