जिले के अधिकांश जंगल जलकर राख, विभाग चला रहा जागरूकता अभियान
रुद्रप्रयाग। जब जंगल जलकर राख हो रहे हैं, उसके बाद वन विभाग को जन जागरूकता अभियान चलाने की याद आ रही है। जनपद के चारों दिशाओं के जंगल स्वाहा हो गये हैं और वन विभाग है कि आग पर काबू पाने के बजाय जन जागरूकता अभियान चलाने पर लगा हुआ है। इन दिनों एक ओर जंगल जल रहे हैं, वहीं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में ग्रामीणों को वनों में आग न लगाने और आग लगाने से होने वाले नुकसान के प्रति जागरूक कर रहे हैं। वन विभाग द्वारा बताया जा रहा है कि जो भी वनों में आग लगाते हुये पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। साथ ही आग लगाने पर दो वर्ष का कारावास एवं पांच हजार रूपये अर्थदण्ड वसूला जायेगा।
जनपद के जंगल इन दिनों भयावह वनाग्नि की चपेट में आ गये हैं। चारों ओर से जंगल-धूं-धूं कर जल रहे हैं। वनों में लगी आग के कारण प्राकृतिक वन सम्पदा जलकर राख हो गई है। वहीं चारों ओर धुंध छाने से आम जनता का जीना भी मुश्किल हो गया है। वनों में लगी आग के कारण जंगली जानवरों को भी खतरा पैदा हो गया है तो पानी की किल्लत भी शुरू हो गई है। कुछ दिनों पूर्व बारिश होने से कुछ हद तक आग बुझ गई थी, लेकिन दोबारा चटक धूप होने से सभी जंगल आग के लपेटे में हैं।
इस बार वनाग्नि समय से पहले ही लग गई है। जिसका पर्यावरण पर भी बुरा असर पड़ रहा है। चारों ओर धुंआ फैलने से आम जनता बीमारियों की चपेट में भी आ रही है। चिकित्सालयों में भी मरीजों की भारी भीड़ पड़ी हुई है। जंगलों से होकर गुजरने वाली पेयजल लाइने भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिस कारण पेयजल संकट भी छाने लग गया है। वहीं वन विभाग के अधिकारी-कर्मचारी इन दिनों जंगलों को आग से रोकने के लिये ग्रामीण क्षेत्रों में जन-जागरूकता अभियान चला रहे हैं। विभागीय अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर ग्रामीणों को समझा रहे हैं कि आरक्षित वनों में आग लगाने पर 2 वर्ष का कारावास एवं पांच हजार रूपये अर्थदण्ड का प्राविधान है। फोरेस्टर शिशुपाल सिंह नेगी ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में वनों को आग से बचाने के लिये जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। ग्रामीणांे को आग से होने वाले नुकसान के प्रति भी अवगत कराया जा रहा है।