बदरीनाथ। इस साल रक्षाबंधन के पावन पर्व के दिन चन्द्रग्रहण है। पर्व के दिन रात्रि 10:52 बजे से 12:48 बजे तक चन्द्रग्रहण का समय है। ग्रहण काल से 9 घंटे पूर्व सूतक काल माना जाता है और सूतक काल दोपहर 1:52 बजे से शुरू होगा। इस दौरान मंदिरो में किसी भी प्रकार की पूजा-अर्चना नहीं की जाती है।
चन्द्रग्रहण से चार धामों में सर्वश्रेष्ठ धाम बद्रीनाथ धाम भी अछूता नही है। भगवान बद्रीनाथ के कपाट सूतक काल से पूर्व ही बंद कर दिये जाएँगे। कल दोपहर 1:30 बजे भगवान बद्रीनाथ के कपाट बंद कर दिये जाएँगे। भगवान बद्रीनाथ को सभी प्रकार की पूजाये वह भोग दोपहर 1:30 से पहले ही लगाया जाएगा और दोपहर 1:30 बजे बद्रीनाथ के कपाट बंद कर दिये जाएँगे। बद्रीनाथ में श्रद्धालु दोपहर 1:15 बजे तक भगवान बद्रीनाथ के दर्शन कर पाएँगे।
धर्माधिकारी की माने तो राखी बांधने के लिये चन्द्रग्रहण ज्यादा खराब नही है। फिर भी दोपहर 11 बजे से 1:30 बजे रक्षाबंधन के लिये शुभ समय रहेगा।