आपदा प्रभावितों को सीएम रावत ने हर संभव मदद का दिया भरोसा..
उत्तराखंड: मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मंगलवार की सुबह जोशीमठ में आईटीबीपी अस्पताल में जाकर आपदा ग्रस्त क्षेत्र से सुरक्षित निकाले गए लोगों से मिले और उनका हालचाल जाना। वहां से निकलने के बाद सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि जिन 12 घायलों को रेस्क्यू किया गया है वो आईटीबीपी के इस अस्पताल में भर्ती हैं, सभी ठीक हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जोशीमठ आर्मी हैलीपेड से सीमांत गांव क्षेत्र लाता के लिए रवाना हुए। रविवार को तपोवन क्षेत्र में हुई भीषण त्रासदी मे जिले के जोशीमठ ब्लाक के सीमांत क्षेत्र के 13 गांवो का सडक संपर्क टूट गया था। इस आपदा से सीमांत क्षेत्र के रैणी पल्ली, पैंग, लाता, सुराईथोटा, सुकी, भलगांव, तोलमा, फगरासु, लोंग सेगडी, गहर, भंग्यूल, जुवाग्वाड, जुगजू गांवो से सडक संपर्क अभी कटा है। ग्रामीणो का हालचाल जानने आज स्वयं मुख्यमंत्री लाता पहुंचे।
उन्होंने बताया कि घायलों के शरीर में काफी दर्द है, डॉक्टरों का कहना है कि ये धीरे-धीरे ठीक हो जाएगा। जो 360 परिवार पुल के ढहने से जिले से कट गए हैं मैं उनसे संपर्क करने गए। वह ये भी बोले कि, ये रणनीति बनी है कि वहां (टनल) दो मशीनों से काम लिया जा सकता है ताकि जल्दी लोगों को रेस्क्यू किया जा सके।टनल के अंदर 30-35 लोगों के फंसे होने की संभावना है, उन तक पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। इसके साथ ही सीएम हादसे के एरियल सर्वे के लिए हेलिकॉप्टर से निकले।
इसके बाद देहरादून प्रस्थान कर गए। प्रदेश भाजपा ने चमोली जिले में आई आपदा के बाद 13 फरवरी तक अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने पार्टी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिए कि वे आपदा प्रभावित इलाकों में जाकर राहत कार्यों में जुटें। भगत स्वयं रैणी गांव के लिए रवाना हो गए।