पुलवामा हमले का बदला लेने के लिए यूथ फ़ाउंडेशन तैयार करेगा जवान…
महिलाओं की बदौलत आज पहाड़ अपने पैरों पर है खड़ा….
कर्नल कोठियाल ने किया पौड़ी जिले के एक दर्जन से अधिक गाँवों का भ्रमण….
पौड़ी। यूथ फ़ाउंडेशन के संस्थापक और निम के पूर्व प्राचार्या कर्नल (रि) अजय कोठियाल ने पौड़ी जिले के विभिन्न गाँवों का भ्रमण कर सेना में भर्ती हुए युवाओं के परिजनों और ग्रामीणों से मुलाक़ात की। इस मौक़े पर कर्नल कोठियाल ने गाँवों में युवाओं को यूथ फ़ाउंडेशन द्वारा संचालित भर्ती कैम्प जॉइन करने की सलाह दी। स्थानीय ग्रामीणों ने कर्नल कोठियाल का ढोल-नगाड़ों के साथ गर्मजोशी से स्वागत किया।
ग्रामीणों से संवाद करते हुए कहा कि कर्नल कोठियाल उत्तराखंड की पहचान गाँवों से है। हमें अपने गाँवों को समृद्धशाली बनाना है। यह तभी सम्भव है, जब हम अपने गाँवों को मज़बूत करेंगे। उन्होंने कहा कि गाँवों के युवाओं के अंदर अपने पहाड़ को बदलने की क्षमता है।
गाँव की महिलाओं को पहाड़ का रीढ़ बताते हुए कर्नल कोठियाल ने कहा कि पहाड़ आज अपने पैरों पर खड़ा है तो इसका श्रेय पहाड़ की महिलाओं को जाता है। उन्होंने कहा कि आज आवश्यकता पहाड़ के गाँवों से हो रहे पलायन को रोकने की है। पहाड़ की थाती-माटी को बचाने की है और पहाड़ में रोज़गार उपलब्ध कराने की है। वह चाहते है कि पहाड़ में स्वास्थ्य सेवाएँ और शिक्षा व्यवस्था और भी बेहतर है। उन्होंने कहा कि वह पहाड़ के लोगों की सेवा करना चाहते हैं। इसलिए वह गाँव-गाँव जाकर लोगों की समस्या सुन रहे हैं और गाँवों को और भी बेहतर तरह से समझ रहे हैं।
कर्नल कोठियाल ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों की शहादत व्यर्थ नहीं जाएगी। यूथ फ़ाउंडेशन ऐसे जवानों को तैयार करेगा, जो पुलवामा हमले का बदला लेंगे। उन्होंने कहा कि यूथ फ़ाउंडेशन से अभी तक सेना में आठ हज़ार से अधिक युवा भर्ती हो चुके हैं। उनकी कोशिश है कि अगले कुछ वर्षों में अस्सी हज़ार युवाओं को सेना में भर्ती करना है। कर्नल कोठियाल ने पौड़ी गढ़वाल के दानदणी, थाली गौ, पसुंडाखाल, निशनी, मल्ली विधाई, सत्याख़ाल समेत कि दर्जन से अधिक गाँवों का पैदल भ्रमण किया। इस अवसर पर ग्रामीणों ने कर्नल कोठियाल को चुनाव लड़ने का निवेदन किया और कहा कि आज आप जैसे लोगों की आवश्यकता राजनीति में है।
इस मौक़े पर ग्राम प्रधान सतेश्वरी देवी, अनिल सिंह, राकेश चंद्र, प्रकाश नेगी, आलम सिंह, मनोज तोपाल, मनोज नेगी, दिगम्बर रावत, नीलम नेगी, सुमन देवी, प्रमोद हटवाल, कुसुमलता देवी, नरेंद्र सिंह समेत बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे।