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22 साल के अर्जुन तेंदुलकर मुंबई छोड़कर अब गोवा के लिए खेलेंगे..

22 साल के अर्जुन तेंदुलकर मुंबई छोड़कर अब गोवा के लिए खेलेंगे..

22 साल के अर्जुन तेंदुलकर मुंबई छोड़कर अब गोवा के लिए खेलेंगे..

 

देश – विदेश :  पहले भी कई दिग्गजों के बेटे अन्य राज्य संघों से खेले हैं। महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर के बेटे रोहन ने 18 साल की उम्र में बंगाल की ओर से खेलने लगे और टीम की कप्तानी भी की और सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल रहे। अन्य पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के बेटे मोहम्मद असादुद्दीन 2018 सत्र में कुछ समय के लिए रणजी ट्रॉफी में गोवा के लिए खेले थे।

भारत के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर के पुत्र अर्जुन मुंबई की टीम को छोड़ने के लिए तैयार हैं। पूरी संभावना है कि वह अगले सीजन में गोवा की तरफ से खेल सकते हैं। 22 साल के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज इंडियन प्रीमियर लीग में मुंबई इंडियंस का हिस्सा थे, उन्होंने 2020-21 में मुंबई के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में हरियाणा और पुदुचेरी के खिलाफ दो मैच खेले थे।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जूनियर तेंदुलकर ने मुंबई क्रिकेट संघ से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) देने के लिए आवेदन किया है। एसआरटी स्पोर्ट्स मैनेजमेंट ने बयान में कहा- अर्जुन के लिए अपने करियर के इस मुकाम पर मैदान पर अधिक से अधिक समय बिताना महत्वपूर्ण है। हमारा मानना है कि दूसरी जगह से खेलने पर अर्जुन को अधिक प्रतिस्पर्धी मैच खेलने का मौका मिलेगा। वह अपने क्रिकेट करियर के एक नए चरण की शुरुआत करने जा रहे हैं।

मुंबई की टीम से बिना मौका मिले बाहर..

अर्जुन तेंदुलकर ने तीन सीजन पहले श्रीलंका के खिलाफ भारत अंडर-19 की तरफ से दो मैच खेले थे। उस समय वह मुंबई की सीमित ओवरों की संभावित टीम में भी शामिल थे। अर्जुन के लिए सबसे बड़ी निराशा यह रही उन्हें खुद को साबित करने का मौका मिले बिना इस सीजन में मुंबई की टीम से बाहर कर दिया गया। गोवा क्रिकेट संघ (जीसीए) के एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि राज्य के संभावित खिलाड़ियों में अर्जुन तेंदुलकर को शामिल किया जा सकता है।

गोवा को है बाएं हाथ के पेसर की तलाश..

जीसीए अध्यक्ष सूरज लोतलीकर ने कहा- हम बाएं हाथ के तेज गेंदबाज की तलाश में हैं। इसलिए हमने अर्जुन तेंदुलकर को गोवा की टीम से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया है। हम सत्र से पहले सीमित ओवरों के अभ्यास मैच खेलेंगे और वह इन मैचों में खेलेंगे। चयनकर्ता इन मैचों में उनके प्रदर्शन के आधार पर उन्हें टीम में रखने का फैसला करेंगे।

पहले भी कई दिग्गजों के बेटे अन्य राज्य संघों से खेले हैं। महान सलामी बल्लेबाज सुनील गावस्कर के बेटे रोहन ने 18 साल की उम्र में बंगाल की ओर से खेलने लगे और टीम की कप्तानी भी की और सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों में शामिल रहे। अन्य पूर्व कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन के बेटे मोहम्मद असादुद्दीन 2018 सत्र में कुछ समय के लिए रणजी ट्रॉफी में गोवा के लिए खेले थे।

 

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