माँ-बाप के गुनाह की सजा जेल में भुगत रहा ये मासूम बच्चा..
देश-विदेश: शास्त्रों में कहा गया है कि माता-पिता के कर्म बुरे हों, तो संतान को उसका फल भुगतना पड़ता है. इस कहावत का जीता जागता सबूत बन गया है एक 11 महीने का बच्चा उसकी उस तो अभी दुनिया में नई नई चीजें देखने और समझने की है, लेकिन वो फिलहाल जेल की सलाखों के पीछे है। नोएडा के बहुचर्चित बाइक बोट घोटाले में इस बच्चे के माता-पिता आरोपी हैं, शनिवार को आरोपी दंपती को पुलिस ने जब गिरफ्तार किया तो बच्चे को भी अपने मां-बाप के साथ जेल जाना पड़ा।
50-50 हजार के इनामी है दंपत्ती..
देश में सवा दो लाख लोगों से अरबों की ठगी करने वाले बाइक बोट कंपनी घोटाले में रविंद्र और रेखा रानी भी आरोपी हैं। मूल रूप से पंजाब के रहने वाले इस दंपती को पुलिस पिछले एक साल से हट रही थी फरारी काट रहे दंपती पर 50-50 हजार का इनाम था।
एसटीएफ ने शनिवार को इन्हें लुधियाना से धर दबोचा,बाइक बोट घोटाला कंचनी का पैसा ठिकाने लगाता था मनोज त्यागी, अबED उगलवा रही है राज, बच्चे को देखकर पसीजा दिल जब दंपती को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो देखा की गोद में छोटा सा बच्चा था। उस 11 महीने के बच्चे को देखकर पुलिसकर्मियों की आखें नम ले गई।
ददरी कोतवाली पुलिस ने दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश किया वहाँ से दोनों को जेल भेज दिया गया है बच्चा छोटा होने की वजह से माता-पिता के साथ वो भी जेल भेज दिया गया।
दंपती को मिली थी लग्जरी कार..
पुलिस जांच में पता चला है कि घोटाले के मुख्य आरोपी संजय भाटी ने दंपती को उपहार में लग्जरी कार दी थी, जिसे जब्त किया जा चुका है। इन लोगों ने कई अन्य लोगों से भी कंपनी में निवेश कराया था और उनके इंवेस्टमेंट की रकम खुद डकार गए थे।
बाइक बोट घोटाला क्या है..
ग्रेटर नोएडा के दनकौर कोतवाली क्षेत्र के चीती गांव के रहने वाले संजय भाटी ने गर्वित इनोवेटिव के नाम से कंपनी खोली जिसको बाइक बोट के नाम से प्रमोट किया गया। कंपनी ने बाइक लगवाने के नाम पर निवेशकों से 62100 रुपये लिए गए और एक साल में दो गुना कर वापस करने का झांसा दिया गया। कुछ लोगों को ये रकम पहली दी भी गई। इसके बाद जब लोगों ने जब कई बाइक्स की रकम इंवेस्ट की तो कंपनी ने उनके पैसे डुबा दिए।