लंबे समय से सड़क निर्माण की मांग कर रहे ग्रामीण..
नोडल से भारत सरकार को भेजी जा रही है फाइलरू डीएम..
रुद्रप्रयाग: रुद्रप्रयाग जिले के रानीगढ़ क्षेत्र में जसोली-जीआईसी चमकोट मोटरमार्ग निर्माण की मांग को लेकर ग्रामीणों ने जिला मुख्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। साथ ही निर्णय लिया कि जल्द ही सड़क निर्माण का कार्य शुरू नहीं हुआ तो जनता श्रमदान के साथ सड़क का निर्माण शुरू करेगी। सोमवार को रानीगढ़ पट्टी की ग्रामसभा जसोली की प्रधान अर्चना चमोली के नेतृत्व में स्थानीय लोगों ने जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए जसोली-राजकीय इन्टर कालेज चमकोट सड़क निर्माण की मांग की।
प्रधान अर्चना चमोली ने कहा कि लंबे समय से ग्रामीण सड़क निर्माण को लेकर शासन-प्रशासन के चक्कर काट रहे हैं। लेकिन वन भूमि के चलते सड़क को लटकाया जा रहा है। अब ग्रामीणों ने खुद ही सड़क निर्माण का निर्णय ले लिया है। उन्होंने कहा कि समय पर स्वास्थ्य सेवाएं न मिलने से कई लोगों की जानें भी चली गई हैं।
सामाजिक कार्यकर्ता मदनमोहन चमोली ने कहा कि स्पेशल कंपोनेंट प्लान में जसोली की दलित बस्ती को शामिल न किया जाना भी साजिश का एक हिस्सा लगता है। इस सड़क के निर्माण से कई जनसुविधा केंद्र जुड़े हुए हैं। इस सड़क के बनने से स्वास्थ्य केंद्र, इंटर कॉलेज, आंगनबाड़ी केंद्र और इससे जुड़ी जनता को भी लाभ मिलेगा।
वहीं उत्तराखंड क्रांति दल के जिला उपाध्यक्ष मोहित डिमरी ने धरना स्थल पर पहुँचकर आंदोलन को समर्थन किया। उन्होंने कहा कि स्थानीय विधायक दावा कर रहे है कि उन्होंने सड़कों का जाल बिछा दिया है, लेकिन हकीकत यह है कि कई गांव आज भी यातायात से वंचित हैं। उन्होंने कहा कि जसोली में अनुसूचित बस्ती की आबादी चालीस प्रतिशत से अधिक है।
इसे स्पेशल कंपोनेंट प्लान का लाभ मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्पेशल कंपोनेंट प्लान में सड़क निर्माण के लिए धनराशि स्वीकृत किया जाय। वहीं उक्रांद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत चैहान एवं आईटी महामंत्री सुमित कठैत ने भी समर्थन दिया। वहीं ग्रामीणों ने जिलाधिकारी मनुज गोयल से भी मुलाकात की। जिलाधिकारी ने कहा कि नोडल कार्यालय से भारत सरकार को जल्द फाइल भेजी जा रही है। वह लगातार इस मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं।