पूर्व जिपंअ ने दिया आमरण अनशन को समर्थन, शासन-प्रशासन से उचित कार्रवाई की मांग..
आंदोलनकारी की वन मंत्री से कराई वार्ता..
मोटरमार्ग की मांग को लेकर आमरण अनशन छठवें दिन भी रहा जारी..
रुद्रप्रयाग: पूर्वी बांगर व पश्चिमी बांगर को आपस में जोड़ने समेत तीन सूत्रीय मांगों को लेकर ग्रामीणों का आमरण अनशन छटवें दिन भी जारी रहा। अनशनकारियों ने कहा कि जब तक उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। वहीं पूर्व जिपं अध्यक्ष व वरिष्ठ कांग्रेसी नेत्री लक्ष्मी राणा ने समर्थन देकर उनकी मांगों को जायज बताया और शासन-प्रशासन से शीघ्र उचित कार्रवाई करने की मांग की।
बांगर विकास समिति के बैनर तले चिरंजीवी प्रसाद सेमवाल, कमल सिंह मेंगवाल व मुकुंद लाल का अनशन सोमवार को भी जारी रहा। इस दौरान ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन कर नारेबाजी की। साथ ही मोटरमार्ग निर्माण में फंसे वन भूमि के पेंच का निस्तारण करने की मांग की। बांगर पट्टी के बधाणी, गेठाणा, धारकुड़ी, सन, कोट,जखवाड़ी, लिस्वाल्टा, खलियाणमुन्याघर, पुजारगांव, सिरवाड़ी, पूलन सहित विभिन्न गांवों के ग्रामीणों व जनप्रतिनिधि आंदोलन के समर्थन में पहुंच रहे है।
इस अवसर वक्ताओं ने कहा कि विगत 20 सालों से बधाणी-छेनागाड मोटरमार्ग को आपस जोड़ने एवं बरसिर बधाणी मोटरमार्ग को हाटमिक्स से डामरीकरण करने को लेकर जनता को गुमराह किया जा रहा है, लेकिन अब आरपार की लड़ाई लड़ी जाएगी। कहा कि जब तक मांगों पर उचित कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक भूख हड़ताल जारी रहेगी। वहीं पूर्व जिपं अध्यक्ष व वरिष्ठ नेत्री लक्ष्मी राणा ने आंदोलन को समर्थन देते हुए कहा कि दो दशक से चल रही मोटरमार्ग की मांग आज तक पूरी नहीं हो सकी है।
जिससे पूर्वी बांगर के ग्रामीणों को कई किमी अतिरिक्त दूरी तय कर जखोली ब्ग्लाक मुख्यालय पहुंचना पड़ रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मोटरमार्ग निर्माण में फंसे पेंच को हल करने की मांग की है। इस अवसर पर प्रधान संगठन के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र भण्डारी, समिति अध्यक्ष सरवीर सिंह मेंगवाल, प्रधान बीरबल रावत, संजय सेमवाल, भगवान सिंह, उत्तम सिंह पंवार, भागचन्द सिंह समेत कई ग्रामीण उपस्थित थे।
अनशन स्थल से कराई आंदोलनकारियों की वन मंत्री से वार्ता..
बांगर क्षेत्र में बधाणी-छेनागाढ़ मोटर मार्ग की मांग को लेकर बीते छः दिन से भूखहड़ताल जारी है। सोमवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष लक्ष्मी राणा ने आंदोलन को समर्थन दिया। साथ ही वन भूमि में आ रही अड़चन को लेकर दूरभाष पर आंदोलनकारियों की वन मंत्री डाॅ हरक सिंह रावत से वार्ता कराई। मंत्री द्वारा इस मामले में सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया गया।
सोमवार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष एवं कांग्रेस की प्रदेश महासचिव लक्ष्मी राणा ने आंदोलनकारियों का समर्थन किया। कहा कि क्षेत्र की उपेक्षा किसी तरह बर्दास्त नहीं की जाएगी। भाजपा सरकार ने जनता की वास्तविक समस्याओं की अनदेखी की है। इस मौके पर उन्होंने अनशन पर बैठे आंदोलनकारी की वन मंत्री से फोन पर वार्ता कराई। इस बीच वन मंत्री ने मामले में जल्द सकारात्मक कार्रवाई का भरोसा दिया।