बिजली दर बढ़ने पर उत्तराखंड क्रांति दल ने प्रकट किया विरोध..
कोरोना की मार के बीच विद्युत उपभोक्ताओं को लगा झटका..
रुद्रप्रयाग: कोरोना के समय आर्थिक संकट झेल रहे लोगों को राहत देने के बजाय बिजली की दरों में वृद्धि करने पर उत्तराखंड क्रांति दल ने अपना विरोध प्रकट किया है। दल ने सरकार से बिजली की दर को कम करने की मांग की है। उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि एक ओर जहां आम जनता कोरोना के कारण गंभीर आर्थिक संकट झेल रही है, वहीं सरकार ने बिजली की दर बढ़ाकर उपभोक्तओं की कमर तोड़कर रख दी है। आज स्थिति यह हो गई है कि लोगों का व्यापार ठप पड़ा है। लोग बेरोजगार हो गए हैं। काम-धंधा सब चैपट हैं।
कई लोगों के पास बिजली-पानी बिल, स्कूल की फीस, कमरे का किराया, सब्जी-राशन के लिए भी पैसा नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता की परवाह होती तो संकट के समय बिजली के बिल माफ किये जा सकते थे। लेकिन सरकार जनता की जेब पर डाका डालने पर उतारू है। उन्होंने कहा कि सरकार को जनहित में अपना फैसला तुरंत वापस लेना चाहिए। उक्रांद युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि बिजली की दर बढ़ने से उत्तराखंड के लोगों की जेब पर बोझ बढ़ गया है।
राज्य की जनता कोविड महामारी की मार झेल रही है, और इस बीच बिजली उपभोक्ताओं को तगड़ा झटका लगा है। विद्युत नियामक आयोग की तरफ से वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 3.54 फीसदी बिजली के दामों में बढ़ोतरी की गई है। सरकार ने 100 से 200 यूनिट तक खर्च करने वाले उपभोक्ताओं पर 25 पैसे प्रति यूनिट चार्ज बढ़ाया। अब ऐसे घरेलू उपभोक्ताओं को चार रुपये प्रति यूनिट के हिसाब से बिल देना होगा। साथ ही 201 से 400 यूनिट खर्च करने वाले उपभोक्ताओं पर 35 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की है। अब इन्हें पांच रुपये पचास पैसे प्रति यूनिट बिल भरना होगा। इसके साथ ही 400 यूनिट से ऊपर प्रति महीने खर्च करने वाले उपभोक्ता पर 30 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हुई है।