Budget 2021: केंद्रीय बजट पर उत्तराखंड की है पैनी नज़र..
उत्तराखंड: प्रदेश को बने हुए 20 साल का अरसा गुज़र चूका है लेकिन ये दुर्भाग्य ही है कि आज भी उत्तराखंड आर्थिक रूप से न सिर्फ कमज़ोर है बल्कि क़र्ज़ में भी डूबा हुआ प्रदेश है। सुविधाओं के अभाव में पर्यटन की असीम संभावनाओं को न पंख लग पा रहे और न ही बुनियादी जरूरतों को पूरा कर सरकारें अभिशाप बन चुके पलायन को रोका जा सका है।
चार धाम आल वेदर रोड, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन, भारत माला, चार धाम रेल लाइन, हवाई कनेक्टिविटी, टनकपुर-बागेश्वर लाइन जैसी महत्वकांक्षी परियोजनाओं ने हांलाकि उत्तराखंड को नया हौसला ज़रूर दिया है। आज जब बजट सामने है ऐसे में उत्तराखंड के लोगों को भरोसा है कि केंद्र सरकार के नए बजट में इन हालात बदलने वाली परियोजनाओं को केंद्र का आसरा मिल सकेगा।
राज्य की आर्थिक हालत और विकास को नया आयाम देने के लिए इन अहम केंद्रीय परियोजनाओं की भूमिका को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चार धामों बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री को जोड़ने वाली करीब 12 हजार करोड़ लागत की आलवेदर रोड के तहत राज्य में 850 किमी से ज्यादा सड़क निर्माण होना है। इसमें से 646 किमी में 60 फीसदी से ज्यादा काम हो चुका है।
इसी तरह ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन परियोजना को उत्तराखंड के लिए गेमचेंजर माना जा रहा है। राज्य की आर्थिकी के लिए यह बड़ा बदलाव का सबब बनेगी, साथ में सामरिक दृष्टि से भी देश को लाभ मिलेगा। चार धामों के लिए देश-दुनिया से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए यह परियोजना किसी राहत से कम साबित नहीं होगी।
यही वजह है कि केंद्रीय बजट में राज्यवासियों की निगाहें इन परियोजनाओं को जल्द पूरा करने के लिए दिए जाने वाले बजट पर टिकी हैं। उम्मीद की जा रही है कि केंद्र सरकार के नए बजट में इन परियोजनाओं का दायरा भी बढ़ाया जाएगा। लेकिन सवाल सबसे बड़ा यही है कि राज्य में रोज़गार और पलायन जैसे मुद्दों पर इस बजट का कितना असर दिखाई देता है