उत्तराखंड

उक्रांद ने सुमेरपुर में रेलवे प्रोजेक्ट का काम बंद करवाया..

मेगा कंपनी के कार्यालय में तालाबंदी कर दिया धरना..

सैकड़ों की संख्या में बेरोजगारों ने भरी हुंकार..

रोजगार न मिलने पर उग्र आंदोलन की दी चेतावनी..

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। रेलवे प्रोजेक्ट में स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रान्ति दल युवा मोर्चा ने सुमेरपुर में रेलवे का कार्य बंद कर मेगा कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी की। साथ ही निर्णय लिया गया कि 15 दिन के भीतर स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया गया तो उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।

 

उत्तराखंड क्रांति दल के युवा नेता मोहित डिमरी के नेतृत्व में बड़ी संख्या में बेरोजगारों ने सुमेरपुर में चल रहे रेलवे के कार्य को बंद कराया। साथ ही कंपनी के कार्यालय पर तालाबंदी कर धरना दिया। इस दौरान एसडीएम और रेलवे के अधिकारियों की मौजूदगी में बेरोजगारों की सूची सौंपी गई। आंदोलनकारियों ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने के लिए कंपनी को 15 दिन का समय दिया गया। उक्रांद ने 15 दिन के भीतर रोजगार न मिलने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।

 

उक्रांद के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र नौटियाल ने कहा कि स्थानीय बेरोजगारों की इस लड़ाई में उक्रांद साथ मे खड़ा है। स्थानीय युवाओं की उपेक्षा बर्दाश नहीं कि जाएगी। उक्रांद के केन्द्रीय प्रवक्ता देवेंद्र चमोली, केंद्रीय सचिव पृथ्वीपाल रावत, जिला महामंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि किसी भी प्रोजेक्ट में 70 प्रतिशत स्थानीय युवाओं को रोजगार का प्रावधान है। लेकिन रेलवे में ऐसा कहीं भी नजर नहीं आ रहा। उक्रांद के मुख्य एजेंडे में स्थानीय लोगों को 80 प्रतिशत रोजगार देना शामिल है।

 

 

उक्रांद नेत्री सरला खंडूरी, उक्रांद के युवा जिलाध्यक तरुण पंवार, नगर अध्यक्ष बिपिन पंवार, ब्लॉक अध्यक्ष आजाद पंवार ने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट से स्थानीय लोगों को उम्मीद थी कि अब उन्हें रोजगार मिलेगा। लेकिन रोजगार तो दूर कंपनी के अधिकारी बात करने के लिए भी तैयार नहीं हैं। संचालन करते हुए उक्रांद के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भगत चौहान , पूर्व युवा जिलाध्यक दिनेश बर्त्वाल, नगर युवा महामंत्री सुरेश रावत, संगठन मंत्री गोपाल बर्त्वाल, ब्लॉक अध्यक्ष जखोली कमल रावत, ब्लॉक अध्यक्ष रुद्रप्रयाग अनदीप नेगी, ब्लॉक प्रवक्ता अरविंद सेमवाल ने कहा कि हमारे युवा बीटेक, पॉलिटेक्निक, आईटीआई करने के बाद घरों में बैठे हुए हैं।

 

 

जबकि रेलवे में उन्हें नौकरी दी जा सकती थी। यहां पर अधिकतर युवाओं को बाहर से लाया गया है। जबकि स्थानीय युवाओं को योग्यतानुसार रोजगार मिलना चाहिए। ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी, क्षेत्र पंचायत सदस्य ईश्वर सिंह राणा, कांग्रेस नेता लक्ष्मण रावत ने कहा कि अब बेरोजगार युवा आर-पार की लड़ाई का मन बना चुके हैं। रेलवे प्रशासन को समय रहते चेत जाना चाहिए। उक्रांद के युवा नेता मोहित डिमरी ने कहा कि आज हमारे युवा रोजगार के लिए दर-दर की ठोकरे खाने को मौजूद हैं। जबकि रेलवे में उन्हें रोजगार मिल सकता था।

 

लेकिन यहां कार्य रही कंपनियों ने बाहर के लोगों को ही रोजगार दिया है। उक्रांद बेरोजगार युवाओं की लड़ाई तब तक लड़ेगा, जब तक उन्हें उनका हक नहीं मिल जाता। उन्होंने कहा कि रेलवे प्रोजेक्ट में रोजगार का पहला हक स्थानीय लोगों का है। कंपनी के अधिकारी स्थानीय युवाओं को योग्यतानुसार रोजगार नहीं देते हैं तो उन्हें भी अपना बोरिया बिस्तर तैयार रखना चाहिए। इस मौके पर उक्रांद के केंद्रीय सचिव गजपाल रावत, सूरत झिंक्वान, नगर महामंत्री सुनील गोस्वामी, आईटी महामंत्री सुमित कठैत, धर्मेंद्र बिंष्ट, बीएस रावत, गुमान सिंह, राजकुमार, हिमांशु चौहान, महावीर नेगी, भूपेंद्र चौहान, अनिल रावत, सतेंद्र रावत सहित बड़ी संख्या में स्थानीय युवा मौजूद थे।

 

 

 

 

 

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