देहरादून: देहरादून-सहारनपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर डाटकाली मंदिर के पास निर्माणाधीन प्रदेश की पहली डबल लेन सुरंग का काम लगभग पूरा होने को है। सुरंग के अंदर एप्रोच रोड का काम भी पूरा हो गया है। खास बात यह है कि यह काम तय समय से करीब एक साल पहले ही समाप्त हो रहा है।
अब सुरंग के उद्घाटन का इंतजार है। सरकार की मंशा सुरंग का उद्घाटन 9 नवंबर को करने की है। सुरंग में लाइटिंग व फिनिसिंग वर्क के चलते कुछ वक्त लग रहा है। इधर, कार्यदायी कंपनी का दावा है कि परियोजना का काम हर हाल में जून में पूरा कर सुरंग सरकार के हैंडओवर कर दी जाएगी।
डाटकाली मंदिर के पास सिंगल लेन सुरंग के चलते अक्सर यहां पर घंटों जाम लगा रहता है। वर्ष 2015 में यहां नई सुरंग को स्वीकृति दी गई। वन क्लीयरेंस न मिलने पर योजना पर काम दो साल लटक गया। मई 2017 में सुरंग का काम शुरू हुआ।
लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से परियोजना का काम मई 2019 तक पूरा होना था। कार्यदायी संस्था ने दिनरात काम करके परियोजना को अनुबंध से करीब एक साल पहले कार्य पूरा करके जनता को बड़ी राहत पहुंचाने का काम किया है। टनल के अंदर ग्राउटिंग का काम पूरा हो चुका है।
दोनों तरफ फुटपाथ बनाने का काम चल रहा है। देहरादून और सहारनपुर की तरफ से जंक्शन लगाने का काम भी तेजी से चल रहा है। इस सुरंग के बनने से आईएसबीटी से बिहारीगढ़ तक जाम की समस्या से निजात मिल जाएगी। यहां से हल्के ही नहीं भारी वाहनों की आवाजाही भी हो सकेगी।
नई सुरंग आवाजाही के लिए लगभग तैयार है। कंपनी का कहना है कि फिनिसिंग वर्क अनुबंध में नहीं है। कुछ समय पूर्व सुरंग का निरीक्षण करने पहुंचे सीएम त्रिवेंद्र रावत ने फिनिसिंग का काम करने को कहा है। अभी तक इस बारे में कोई लिखित आदेश नहीं हुए हैं। यदि फिनिसिंग वर्क होता है, तो यह किनारों पर होना है। इससे आवाजाही में कोई दिक्कत नहीं आएगी। जून में काम पूरा होने पर जुलाई में सुरंग यातायात के लिए खोली जा सकती है।
राष्ट्रीय राजमार्ग रुड़की के सहायक अभियंता डी.सी. ध्यानी ने बताया कि, सुरंग में एप्रोच रोड, पेंटिंग, लाइटिंग आदि का काम होना है। परियोजना का काम मई 2019 में पूरा होना है, लेकिन आवाजाही की समस्या को देखते हुए 9 नवंबर तक टनल को यातायात के लिए खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
भारत कंस्ट्रक्शन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर राजीव गर्ग ने कहा कि, डाटकाली सुरंग का काम आखिरी चरण में है। हर हाल में जून आखिर तक काम पूरा करके जुलाई में विभाग को हैंडओवर किया जाएगा। फिनिसिंग का काम कंपनी के पास नहीं है और इससे यातायात पर कोई फर्क भी नहीं पड़ेगा। यह सरकार की इच्छा पर है कि वह इसे यातायात के लिए कब खोलती है।