उत्तराखंड

मसूरी विंटर लाइन का खूबसूरत नजारा देखने के लिए उमड़ रहे सैलानी..

मसूरी विंटर लाइन का खूबसूरत नजारा देखने के लिए उमड़ रहे सैलानी..

उत्तराखंड: पहाड़ों की रानी मसूरी जहां प्राकृतिक सौंदर्य से लबरेज है वहीं यहां प्रकृति के भी अनेक रूप पर्यटकों को अपनी ओर खींचते हैं। हर बार की तरह इस बार भी मसूरी में विंटर लाइन दिखने लगी है। बुधवार शाम को बड़ी संख्या में मालरोड़ से पर्यटकों ने विंटर लाइन का दीदार किया। मसूरी से शाम के समय दून घाटी के ऊपर एक सीधी लाल रेखा दिखती है जिस का नजारा शानदार होता है।

विंटर लाइन कही जाने वाली इस रेखा को देखने के लिए हर साल बड़ी संख्या में देशी व विदेशी पर्यटक मसूरी आते हैं और इस पल को अपने कैमरे में कैद करने के लिए बेताब रहते हैं। बताया जाता है कि मसूरी के बाद स्विट्जरलैंड में ही विंटर लाइन का नजारा देखा जाता है।

पहाड़ों की रानी मसूरी में इन दिनों विंटर लाइन का खूबसूरत नजारा देखने के लिए देश के कोने-कोने से सैलानी उमड़ रहे हैं। विंटर लाइन देखकर पर्यटकों का उत्साह देखते ही बनता है। जब मौसम साफ होता है तो शाम को विंटर लाइन शहर के लालटिब्बा, विन्सेंट हिल और मालरोड से साफ दिखाई देती है।

 

 

दिल्ली से आए सैलानी का कहना है कि मसूरी की प्राकृतिक खूबसूरती का कोई जवाब नहीं है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, आबोहवा, हरे भरे जंगल और शांत वातावरण सहित कुदरत ने इस शहर को कई खूबसूरत नजारे दिए हैं। इसी में शामिल है विंटर लाइन। इसे देखकर जो अनुभव होता है उसे बयां करना बहुत मुश्किल है। यह सचमुच सुकून देने वाला है। वहीं, पंजाब की महिला पर्यटक कहती हैं कि विंटर लाइन के बारे में बहुत कुछ सुना था, लेकिन आज देख भी लिया। इसे देखकर बहुत खुशी हुई है। इस बारे में मैं अपने सभी दोस्तों को बताऊंगी।

सूर्यास्त के बाद पश्चिम में दिखती है विंटर लाइन..

पर्यावरणविद् विपिन कुमार गुप्ता ने बताया कि आमतौर पर मसूरी में नवंबर से लेकर फरवरी के बीच सूर्यास्त के बाद पश्चिम दिशा में आसमान में एक अनोखा नजारा दिखाई देता है। आसमान में एक रंग उभरता है मानो कुदरत अपना जादू बिखेर रही हो। लाल, नारंगी इस रंगीन रेखा को जो भी देखता है बस देखता ही रह जाता है। इसे ही विंटर लाइन कहते हैं।

अंग्रेजी लेखक गणेश सैली का कहना है कि यह एक अद्भुत घटना है, जो दुनिया में कुछ जगहों पर ही दिखाई देती है। इसमें मसूरी, केपटाउन, अफ्रीका, स्विटजरलैंड शामिल हैं। ये दुनिया की सबसे बड़ी छाया है, जो इतने बड़े आसमान में दिखाई देती है।

 

 

शहर में बनाए जाएंगे व्यू प्वांइट- पलिकाध्यक्ष..

नगर पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता का कहना है कि विंटर लाइन देखने के लिए शहर में अलग-अलग स्थानों पर व्यू प्वाइंट बनाए जाएंगे। साथ ही विंटर लाइन का प्रचार-प्रसार भी किया जाएगा। इससे विंटर सीजन में पर्यटकों को आकर्षित किया जा सके। उन्होंने कहा कि विंटर लाइन ऑफ  सीजन में पर्यटन का एक अच्छा माध्यम बन सकती है।

विंटर लाइन के बारे में बताया जाता है कि यह रेखा धूल के कणों से बनती है जो शाम के समय धूल के अधिक ऊपर उठने के कारण इस पर पड़ने वाली सूरज की किरणों से चमक उड़ती है धूल के कण जितने अधिक होते हैं विंटर लाइन उतनी ही अधिक गहरी बनती है।

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