उत्तराखंड

तिवारी ने की घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी किराये में बढ़ोतरी की मांग..

तिवारी ने की घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी किराये में बढ़ोतरी की मांग..

 

 

 

 

 

उत्तराखंड: प्रदेश में तीन मई से गंगोत्री और यमुनोत्री मंदिरों के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा की शुरुआत हो गयी है। विश्व प्रसिद्ध 11वें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट 6 मई को सुबह 6.25 मिनट पर अमृत बेला में खुलेंगे। ऊखीमठ से केदारनाथ की डोली 2 मई को केदारनाथ के लिए प्रस्थान कर चुकी है और 5 मई को पंचमुखी डोली श्री केदारनाथ धाम पहुंच जाएगी, जहां भोले बाबा की पंचमुखी डोली केदारनाथ धाम पहुंचते ही कई भक्तो ने यात्रा प्रारंभ कर दी है। केदारनाथ धाम की यात्रा के लिए प्रशासन ने वर्ष 2017 में घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी का रेट निर्धारित किये थे इन बिते 5 वर्षो में कोरोना महामारी बढ़ती महगाई और अन्य कहीं छोटी मोटी समस्यों से जूझे ये लोग आज भी घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी का संचालन प्रशासन द्वारा निर्धारित 2017 के रेट पर ही कर रहे है

आपको बता दे कि जिला प्रशासन द्वारा निर्धारित ये रेट 3 वर्षो में बदलता रहता  है परन्तु आज भी केदारनाथ धाम में इन रेटों में कोई बदलाव नही हुआ है जहां यात्रा शुरू होने पर पूरी केदारघाटी और यात्रा से लगे मार्गो के व्यवसायीयों के चेहरों पर मुस्कराहट देखने को मिल रही है वही केदारनाथ धाम के सूत्र धार घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी वालो के चेहरों पर हल्की सी मायूसी भी देखने को मिल सकती है वर्ष 2017 में जिला प्रशासन द्वारा केदारनाथ यात्रा के लिए घोड़े खच्चरों का निर्धारित रेट सीमा तय की थी। जैसे घोड़े -खच्चर का किराया रेट 2300 रुपए था। जो कि हर 3 साल में बढ़ाया जाता था। लेकिन पिछले 3 साल से कोरोना के चलते इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया हैं।

 

इसके लिए केदारनाथ के जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने पूर्व जिलाधिकारी मनुज गोयल को भी पत्र देकर वार्ता की थी। जिसमें पूर्व जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया था कि यात्रा के सूत्रधार घोड़े खच्चरों के किराये में बढ़ोतरी की जाएगी। परंतु यात्रा शुरू होने के महज 1, 2 दिन ही बचे हुए हैं पर स्थति ज्यों की त्यों हैं। आज जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने एक बार फिर से वर्तमान जिलाधिकारी मयूर दीक्षित को पत्र लिखा जिसमें उनका कहना हैं कि वर्ष 2017 से आज तक लगातार घोड़े खच्चरों की निर्धारित दरों को पूर्ण रूप से स्थाई रखा गया हैं। जबकि हर प्रकार की वस्तुओं जो कि घोड़ा खच्चरों से सम्बंधित हैं। उनका मूल्य बढ़ता जा रहा हैं। जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने प्रशासन से अपील कि हैं घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी की निर्धारित दरों को बढ़ाने का कष्ट करे। जिससे कि यात्रा के दौरान घोड़ा-खच्चर और डंडी-कंडी व्यवस्याओं को मायूस न होने पड़े और यात्रा का संचालन भी शांति पूर्ण हो सके।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

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