टिहरी जिले के प्रतापनगर का हैं मामला..
उत्तराखंड: बारिश आते ही पहाड़ के जंगलों में जंगली मशरूम की पैदावार के साथ-साथ इसकी बिक्री शुरू हो जाती है। ग्रामीण से लेकर शहरी इलाके तक में इस सब्जी को काफी पसंद किया जाता है। लेकिन कभी-कभी जंगली मशरूम खाना जानलेवा साबित होता है। टिहरी में रहने वाले एक परिवार के साथ भी यही हुआ। यहां जहरीले (च्यूं) यानि जंगल में मिलने वाले मशरूम के सेवन से पिता-बेटी की दर्दनाक मौत हो गई। घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा है। गांव में मातम पसरा है। आपको बता दे कि प्रतापनगर ब्लाक के खोलगढ़ गांव में 47 साल के चमन सिंह पुत्र पूरण सिंह अपने परिवार के साथ रहते थे। बीते शनिवार रात उन्होने जंगली मशरूम खाया था, जिससे वह गंभीर रूप से बीमार हो गए थे।
बीते शनिवार को चमन सिंह प्रतापनगर से अपने घर जाते समय जंगली मशरूम तोड़कर घर ले गए। उसी रात चमन सिंह और उनकी 13 साल की बेटी आशा ने मशरूम की सब्जी बनाकर खाई। रविवार सुबह पिता-पुत्री को उल्टी-दस्त होने लगे। हालत बिगड़ी तो दोनों को सीएचसी प्रतापनगर में एडमिट कराया गया। वहां डॉक्टर ने प्राथमिक उपचार के बाद दोनों को घर भेज दिया, लेकिन सोमवार को उनकी हालत फिर बिगड़ गई।
आशा की मौत के बाद उसके पिता के निधन का समाचार मिलते ही गांव में मातम पसर गया। प्रतापनगर पीएचसी के चिकित्सा प्रभारी डॉ. कुलभूषण त्यागी का कहना हैं कि बीते रविवार को पिता-पुत्री ने उल्टी-दस्त होने की शिकायत की थी। इलाज के बाद दोनों की हालत में सुधार था, जिस पर उन्हें घर भेज दिया गया। उन्होंने जंगली मशरूम खाने के बारे में कोई जानकारी नहीं दी थी।