उत्तराखंड

टिहरी के इस क्षेत्र को कहते है तितलियों का संसार, पाई जाती हैं तितलियों की करीब डेढ़ सौ प्रजातियां..

टिहरी के इस क्षेत्र को कहते है तितलियों का संसार, पाई जाती हैं तितलियों की करीब डेढ़ सौ प्रजातियां..

 

 

 

 

उत्तराखंड: पर्यटक नगरी के रूप में विख्यात टिहरी अपने आप में हमेशा से ही आकर्षण का केंद्र रही हैं। यहां पर हर बार देश विदेश से लोग घूमने आते हैं। टिहरी झील यहां का विश्व प्रसिद्ध पर्यटक स्थल हैं। इसके साथ ही टिहरी के देवलसारी को तितलियों का संसार भी कहा जाता हैं। जहा पर तितलियों की करीब डेढ़ सौ प्रजातियां देखने को मिलती हैं। तितलियों का संसार कहे जाने वाला प्रसिद्ध पर्यटक स्थल व जैव विविधता से भरपूर देवलसारी में इस बार तितली महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसके लिए देवलसारी पर्यावरण संरक्षण एवं विकास संस्था ने तैयारी शुरू कर दी है।

आपको बता दे कि इस बार चार जून से चार दिवसीय तितली महोत्सव का आयोजन होगा। इसके लिए विशेषज्ञ, प्रसिद्ध फोटोग्राफर, पर्यावरणविद् व प्रकृति प्रेमियों को आमंत्रित किया जाएगा। तीसरी बार यहां पर तितली महोत्सव का आयोजन किया जा रहा हैं। टिहरी जिला मुख्यालय से करीब 85 किमी दूर चंबा-मसूरी मार्ग पर देवलसारी प्रसिद्ध पर्यटक स्थल है। इस स्थल की कई खूबियां हैं जो पर्यटकों व प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर खींच लाती है। इस जगह पर तितलियों की करीब डेढ़ सौ प्रजातियां पाई जाती है।

रंग-विरंगी तितलियां प्रकृति प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करती है। तितलियों के अलावा यहां पर सौ से भी ज्यादा पक्षियों की प्रजाति भी पाई जाती है। अन्य जगहों पर जहां पक्षियों की कई प्रजातियां विलुप्त हो चुकी है वहीं इस जगह पर आज भी विभिन्न प्रजाति की पक्षियां देखने को मिलती है। यह स्थल अपनी जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इसलिए यहां पर पर्यावरण विशेषज्ञ, शोध छात्र, प्रकृति प्रेमी समय-समय पर आते रहते हैं। यहां की जैव विविधता को जानने व तितलियां की प्रजातियों के संरक्षण को देवलसारी पर्यावरण संरक्षण एवं विकास समिति ने यहां पर वर्ष 2018 से तितली महोत्सव की शुरूआत की।

2019 में भी यहां पर तितली महोत्सव का आयोजित हुआ। उसके बाद कोविड के चलते दो साल तक इसका आयोजन नहीं हो पाया। इस बार समिति की ओर से चार जून से महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसका प्रचार-प्रसार भी शुरू कर दिया गया है। इस बार तितली महोत्सव का भव्य आयोजन किया जाएगा। इसमें देश के विभिन्न जगहों से विशेषज्ञों, पर्यावरणविद् को आमंत्रित किया गया है जो तितलियां व पक्षियों की प्रजातियों पर रिपोर्ट तैयार करेंगे। महोत्सव के दौरान यहां पर पांच किमी का पैदल ट्रेक भी किया जाएगा। निदेशक देवलसारी पर्यावरण संरक्षक एवं विकास समिति का कहना है कि कोविड के दौरान दो साल तक तितली महोत्सव का आयोजन नहीं हो पाया लेकिन इस बार इसका भव्य आयोजन किया जाएगा। 4 जून से इसकी शुरूआत होगी।

 

 

 

 

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