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मोबाइल एप के जरिए देश में फैल रहा आतंकवाद का जाल, NIA की रिपोर्ट से खुलासा..

मोबाइल एप के जरिए देश में फैल रहा आतंकवाद का जाल, NIA की रिपोर्ट से खुलासा..

मोबाइल एप के जरिए देश में फैल रहा आतंकवाद का जाल, NIA की रिपोर्ट से खुलासा..

 

देश – विदेश :  यह आतंकी संगठन अपनी खुफिया बातचीत के लिए मोबाइल एप का सहारा ले रहें हैं। कम्युनिकेशन होने के बाद यह एप को डिलीट भी कर देतें हैं ताकि इनको आसानी से ट्रेस न किया जा सके।

नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी (NIA) ने बड़ा खुलासा किया है। NIA के अनुसार देश में आतंकियों ने एक नए हाईटेक नेटवर्क का जाल बिछाया है। इसके जरिए आतंकी संगठन ISIS और अलकायदा दोनों मिलकर स्लीपर सेल तैयार कर रहे हैं। यह संगठन इसके लिए टेक्नोलॉजी का सहारा ले रहे हैं। दरअसल, यह आतंकी आपस में कम्युनिकेशन के लिए एक मोबाइल एप को हशियार की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं। यह आतंकी संगठन देश के अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हैं।

एप पर करतें हैं बातचीत..

यह आतंकी संगठन अपनी खुफिया बातचीत के लिए मोबाइल एप का सहारा ले रहें हैं। कम्युनिकेशन होने के बाद यह एप को डिलीट भी कर देतें हैं ताकि इनको आसानी से ट्रेस न किया जा सके। हालांकि NIA को हाल ही में एक सोशल मीडिया चैट से इन आतंकी गुटों को ट्रेस करने में सफलता मिली है। NIA को पता चला कि यह आतंकी संगठन कम्युनिकेशन के बाद एप से सभी डिजिटल फुटप्रिंट साफ कर देतें हैं और बाद में कम्युनिकेशन के लिए एक नया एप डेवलप कर लेते हैं।

कई राज्यों में सक्रिय हैं यह संगठन..

बता दें कि NIA को ISIS और अलकायदा के देश के कई राज्यों में होने के सुराग मिले हैं। NIA के अनुसार ये आतंकी संगठन देश के 10 अलग-अलग राज्यों में सक्रिय हैं। पिछले कुछ समय में NIA ने इन्हें ट्रेस करने के लिए कई सारी छापमार कार्रवाई भी की हैं, लेकिन अब तक नेशनल इन्वेस्टीगेशन एजेंसी को कोई सफलता नहीं मिल पाई है। हाल ही में NIA द्वारा ISIS और अलकायदा संगठनों को ट्रेस करने के लिए 7 राज्यों के 14 शहरों में भी छापमारी की गई थी।

संगठन बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का ले रहे सहारा..

ये आतंकी संगठन नफरत फैलाने और अपने संगठन को बढ़ाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। ये लोग पहले सोशल मीडिया पर धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाली और नफरत फैलाने वाली पोस्ट करते हैं। फिर जो मुस्लिम युवा इसकी पोस्ट को लाइक और इन्हें फॉलो करते हैं, उन्हें टारगेट किया जाता है। यह संगठन इन युवाओं को आतंकी संगठन ISIS और अलकायदा में जोड़ने के लिए इनका ब्रेनवॉश करते हैं, और जो युवा इनसे जुड़ने को तैयार हो जाते हैं उन्हें स्लीपर सेल बना लिया जाता है।

 

 

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