उत्तराखंड

उत्तराखंड की चाय अब देश में ब्रांड के रूप में होगी विकसीत..

उत्तराखंड की चाय अब देश में ब्रांड के रूप में होगी विकसीत..

उत्तराखंड: प्रदेश की चाय की महक राज्य के लोग ही नही बल्कि इंग्लैंड और अमेरिका के लोग भी ले रहे हैं। राज्य की चार फैक्ट्रियों में प्रतिवर्ष करीब 57 हजार किलो चाय का उत्पादन होता है। इन चाय बागानों से चार हजार काश्तकार सीधे जुडे़ हुए है। साथ ही करीब 1200 हेक्टेयर से अधिक भूमि पर नए चाय बागान विकसित करने की तैयारी भी हो रही है।

उत्तराखंड की चाय रोजगार का प्रमुख साधन बन सकती है। वर्तमान में राज्य में 1381 हेक्टेयर में चाय का उत्पादन किया जा रहा हैं। उत्तराखंड टी नाम से यह चाय अभी अमेरिका को सीधे निर्यात की जा रही है। इसके अलावा इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका व इराक में भी इस चाय की डिमांड है। इन देशों में कोलकाता से चाय का निर्यात किया जाता है। ब्लैक-टी और ग्रीन-टी की कीमत 1400 रुपया प्रति किलो है। इस बार 7 करोड 98 लाख की चाय का उत्पादन हुआ है।

 

 

उत्तराखंड की चाय को एक ब्रांड के रूप में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने राज्य में चाय की चार नई फैक्ट्रियां लगाने के निर्देश दिए। सीएम ने चाय विकास बोर्ड का मुख्यालय ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण बनाने के निर्देश दिए। सीएम आवास में गुरुवार को चाय विकास बोर्ड की समीक्षा के दौरान मुख्यमंत्री ने बोर्ड का मुख्यालय गैरसैंण में बनाने के लिए चमोली के डीएम को भूमि तलाशने को कहा। सीएम ने राज्य में चाय विकास की संभावनाओं को देखते हुए चार नई फैक्ट्रियां लगाने के निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि जो चाय फैक्ट्रियां बंद हैं, उन्हें शुरू करें। जो निजी संचालक चलाने में अक्षम हों, उन फैक्ट्रियों को चाय बोर्ड चलाए। सीएम ने चाय उत्पादकों को न्यूनतम विक्रय मूल्य देने को समिति बनाने को भी कहा।यह समिति हर साल न्यूनतम विक्रय मूल्य तय करेगी। उन्होंने कहा कि टी-गार्डन विकसित करने के लिए चाय विशेषज्ञ अवश्य रखा जाए। सीएम ने कहा कि चाय उत्पादन में काफी संभावनाएं है। इससे रोजगार मिलेगा और किसानों की अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी।

 

 

बैठक में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल, चाय विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष गोविंद सिंह पिल्खवाल, अपर मुख्य सचिव मनीषा पंवार, प्रमुख सचिव आनंद बर्द्धन, उद्यान सचिव हरबंस सिंह चुघ आदि मौजूद रहे।

इन जगहों पर हो रहा चाय का उत्पादन..

उत्तराखंड में चाय राज्य के बागेश्वर, चंपावत, नैनीताल, अल्मोड़ा, चमोली, पौड़ी, टिहरी, पिथौरागढ़, रुद्रप्रयाग के 28 ब्लॉक में चाय उत्पादन किया जा रहा है। अब तक 1387 हेक्टेयर भूमि में बागान विकसित किए गए हैं। 3,882 किसान इससे जुड़े हुए हैं। बोर्ड द्वारा बनाई जा रही चाय को उत्तराखंड टी ब्रांड नेम से रजिस्टर करते हुए बिक्री की जा रहा है।

 

 

जैविक, अजैविक, आर्थोडोक्स, ब्लैक और ग्रीन टी बनाई जा रही है। हाल में सरकार ने एक हजार हेक्टेयर भूमि का चयन चाय बागानों को विकसित करने के लिए किया है। इसके अलावा 260 हेक्टेयर भूमि उद्यान विभाग की है जहां पर कोई कार्य नही हो रहा हैं। उसका भी अधिग्रहण चाय बागानों के लिए किया जाना है। अगर यह हो गया तो चाय का उत्पादन और बढ़ेगा।

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

To Top