कविल्ठा गाँव में छाया मातम
रुद्रप्रयाग। आज जम्मू बांदीपुरा में आंतकवादियों से लोहा लेते हुए रूद्रप्रयाग जनपद के कविल्ठा गांव का सैनिक मानवेन्द्र रावत शहीद हो गया। शहीद होने की खबर गांव में पहुंचते ही गांव में मातम फैल गया। शहीद का पार्थिव शरीर शुक्रवार या शनिवार तक गांव पहंचने की उम्मीद है। जहां उनके पैत्रिक घाट पर उनको सैन्य सम्मान के साथ अन्तिम विदाई दी जायेगी।
जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा में आतंकियों ने घुसपैठ कर दी थी। उसके बाद बोर्डर पर सेना के जवानों ने भी मोर्चा सम्भाल लिया। दोनों ओर से जबरदस्त गोलियां चलने लगी। मानवेन्द्र एवं उनके साथियों ने दो आतंकवादियों को ढ़ेर कर दिया। परन्तु इस दौरान मानवेन्द्र पर भी गोली लग गई। जिसके बाद वे शहीद हो गये।
जम्मू बांदीपुरा में आंतकवादियों के कविल्ठा निवासी नरेन्द्र सिंह रावत एवं कमला देवी के दो लड़के तथा पांच लडकियां हैं। शहीद मानवेन्द्र की दो बड़ी बहिनें तथा तीन छोटी बहिनें एवं एक भाई है। वे 2007 में सेना में भर्ती हुए थे। तथा उनकी अभी हाल में ही जम्मू कश्मीर में तैनाती हुई थी। उनकी एक पुत्री पांच वर्ष की तथा पुत्र ढ़ाई वर्ष का है जो कि देहरादून में रहते हैं। मानवेन्द्र के शहीद होने की खबर मिलते ही उनके घर में मातम छाया है। उनकी पत्नी का रो रो कर बुरा हाल है। उन्हें भी देहरादून से घर लाया जा रहा है।