उत्तराखंड

समूह को विद्यालयों में रूचि रखकर बनाना चाहिए शिक्षा का महौल: सिमल्टी..

समूह को विद्यालयों में रूचि रखकर बनाना चाहिए शिक्षा का महौल: सिमल्टी..

डायट रतूड़ा में जिला अकादमिक सन्दर्भ समूह विज्ञान की दो दिवसीय कार्यशाला संपंन..

कार्यशाला में साराभाई राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक पुरस्कार से नवाजे जाने वाले शिक्षक चौकियाल को किया गया सम्मानित..

 

 

 

 

 

रुद्रप्रयाग। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा में जिला अकादमिक सन्दर्भ समूह विज्ञान की दो दिवसीय कार्यशाला का समापन हो गया है। इस दौरान विगत वर्षों में विज्ञान अकादमिक सन्दर्भ समूह में काम करते हुए उल्लेखनीय सफलताएं अर्जित करने वाले राउप्रावि डांगी गुनाऊं के साराभाई राष्ट्रीय विज्ञान शिक्षक पुरस्कार तथा शैलेश मटियानी राज्य शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित शिक्षक हेमंत चौकियाल, दीन दयाल उपाध्याय सम्मान से सम्मानित अउराइका पौंठी के विज्ञान शिक्षक पीयूष शर्मा, विज्ञान महोत्सव में परिवहन एवं संचार विषय पर राज्य में द्वितीय स्थान पर रहने वाले राउप्रावि छिनका के छात्र के मार्ग दर्शक शिक्षक आनंद प्रकाश मखन्वाल, राज्य सीमान्त बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रथम स्थान पर रहने वाली राइका कमसाल की छात्रा की मार्गदर्शक शिक्षिका शान्ति गुसाईं को सम्मानित किया गया।

समापन अवसर पर मुख्य शिक्षा अधिकारी एवं डायट रतूड़ा के प्राचार्य विनोद प्रसाद सिमल्टी ने कहा कि जिला अकादमिक सन्दर्भ समूह को पूरे जनपद के विद्यालयों में रूचि रखकर शिक्षा का महौल बनाने के लिए कार्य करना चाहिए। बतौर मुख्य सन्दर्भदाता स्वामी शिवानंद स्मारक राइका तपोवन ऋषिकेश के विज्ञान शिक्षक रामाश्रय सिंह ने कक्षा 6 से 12 तक के एनसीईआरटी विज्ञान पाठ्यक्रम की विभिन्न अवधारणाओं, प्रकाश का परावर्तन, अपवर्तन, संवहन, वायु का संवहन, बरनौली का सिद्धांत, कार्बन का हाइड्रोजन के साथ बंध बनाना, श्वसन प्रक्रिया, खाद्य जाल, पूर्ण आन्तरिक परावर्तन, पृष्ठ तनाव आदि सिद्धान्तों को आओ करके सीखें की तर्ज पर सरल व छोटे-छोटे प्रयोगों से स्पष्ट करके बताया।

रामाश्रय सिंह का कहना था कि बच्चों के मन में छोटी ही उम्र से विज्ञान के प्रति स्पष्ट समझ व चेतना पैदा करने के लिए उनके प्रश्नों के उत्तर प्रयोगिक रूप से करके बताने का प्रयास होना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक डायट प्रवक्ता डाॅ विनोद कुमार यादव ने कहा कि उनका उद्देश्य है कि विज्ञान अकादमिक सन्दर्भ समूह बच्चों में विज्ञान के प्रति रूचि और समझ बढ़ाने के साथ जनपद के अन्य विद्यालयों व बच्चों को प्रेरित करने के लिए कुछ नया कार्य कर डायट के साथ भी साझा करे, ताकि सन्दर्भ समूह के कार्यों से अन्य बच्चों को भी लाभ मिले। कार्यशाला में डायट प्रवक्ता विजय चौधरी और भुवनेश्वरी चंदानी का सराहनीय सहयोग रहा।

कार्यशाला में अरविंद सिंह, आनंद प्रकाश मखववाल, विक्रम नेगी, शूरवीर लाल भारती, राजेन्द्र लाल रूड़ियाल, अश्वनी गौड,़ भगवती प्रसाद नौटियाल, अमृता नौटियाल, राकेश चन्द्र डंगवाल, पीयूष शर्मा, दीपक बुटोला, पारकेश सिंह, शान्ति गुसाईं, अमित कुमार नेगी, विजय लाल, रमेश चन्द्र डंगवाल, विजय भारत नैनवाल, सन्दीप सजवाण, प्रकाश सिंह, सुरेन्द्र सिंह राणा, रणवीर सिंह सिंधवाल, मीना रावत, रेणुका कठैत, सरला जगवाण, कल्पेश्वर प्रसाद, अंजना रावत, आरती राजपूत, हेमंत चौकियाल आदि ने अपने माॅडल प्रस्तुत किये।

 

 

 

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