अधिशासी अधिकारी व उप जिलाधिकारी को सौंपा ज्ञापन..
अगस्त्यमुनि: सफाई कार्य से ठेका प्रथा को हटाकर स्थाई नियुक्ति और पर्यावरण मित्रों के स्थान पर सफाई सैनिक पद नाम करने सहित अन्य मांगो को लेकर नगर पंचायत अगस्त्यमुनि के सफाई कर्मियों ने केन्द्रीय नेतृृत्व के आह्वान पर आन्दोलन की राह पकड़ ली है। उन्होंने नगर पंचायत के अधिशासी अधिकारी के साथ ही उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंप कर दो मई से आन्दोलन करने का अल्टीमेटम दिया है। हालांकि आन्दोलन अभी केवल विरोध प्रदर्शन तक ही सीमित है, मगर मांगे न माने जाने पर वे उग्र आन्दोलन भी कर सकते हैं।
उप जिलाधिकारी को दिए ज्ञापन में सफाई कर्मियों ने सरकार से अपनी 11 सूत्रीय मांगो पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर उनका समाधान करने की मांग की।
सफाई कर्मियों ने सरकार से स्थानीय निकायों सहित अन्य सभी विभागों में सफाई कार्य में ठेका प्रथा को बंद कर स्थाई नियुक्ति दी जाय। शासनादेश संख्या 757 में संशोधन, पर्यावरण मित्रों को कनिष्ठ सहायक एवं पर्यावरण पर्यवेक्षक, सफाई निरीक्षक व चालक के पदों पर पदोन्नति, मृृतक आश्रित नियमावली में संशोधन, पुरानी पेंशन योजना को लागू करने, सफाई कर्मियां को जीवन एवं स्वास्थ्य बीमा कीे सुविधा, आवंटित आवासों पर मालिकाना हक, पर्यावरण मित्र नाम बदलकर सफाई सैनिक करने की मांग की है।
सफाई कर्मियों ने कहा कि यदि सरकार ने उनकी मांगों पर त्वरित कार्यवाही नहीं की तो वे दो मई से अपना आन्दोलन प्रारम्भ कर देंगे। अभी केवल ज्ञापन के साथ धरना होगा। लेकिन मांगे न माने जाने पर वे कार्य बहिष्कार के साथ ही आन्दोलन को उग्र करेंगे। जिसकी पूर्ण जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। ज्ञापन में गुलशन कुमार घनश्याम वाल्मीकि, अर्जुन कुमार, प्रमोद कुमार, शिवम कुमार, सोनू कुमार, सुमित कुमार, कमलकान्त, सुमित खत्री आदि थे।