चारधाम यात्रा- गंगोत्री व यमुनोत्री में पंजीकरण के लिए उठानी पड़ रही परेशानी..
चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिन यात्रियों ने पहले केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए पंजीकरण किया है।
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा में आने वाले तीर्थयात्रियों को पंजीकरण के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जिन यात्रियों ने पहले केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए पंजीकरण किया है। अब उनका गंगोत्री व यमुनोत्री धाम जाने का प्लान बना है। तो उन्हें बुकिंग स्लाट फुल होने से पूर्व पंजीकरण के अनुसार दर्शन के लिए तिथि नहीं मिल रही है।
उधर, सरकार का कहना है कि किसी भी यात्री को बिना दर्शन किए वापस नहीं भेजेंगे। पर्यटन विभाग ने चारों धामों की क्षमता के अनुसार प्रतिदिन पंजीकरण का स्लाॅट निर्धारित किया है। जिसके तहत बद्रीनाथ के लिए 18 हजार, केदारनाथ के लिए 15 हजार, गंगोत्री के लिए 9000 और यमुनोत्री के लिए 5500 प्रतिदिन पंजीकरण किए जा रहे हैं।
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21 फरवरी से पर्यटन विभाग ने बद्रीनाथ-केदारनाथ यात्रा के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू की थी, जबकि गंगोत्री व यमुनोत्री की धाम के कपाट खुलने की औपचारिक घोषणा न होने से पर्यटन विभाग ने पंजीकरण शुरू नहीं किया। बाद में मंदिर समितियों की ओर से पत्र देने के बाद 15 मार्च से गंगोत्री व यमुनोत्री के लिए पंजीकरण शुरू किया गया, लेकिन जिन यात्रियों ने पहले केदारनाथ व बद्रीनाथ के लिए पंजीकरण किया।
अब उन्हें गंगोत्री व यमुनोत्री धाम के लिए पूर्व पंजीकरण के अनुसार दर्शन के लिए पंजीकरण उपलब्ध नहीं हो रहा है। आपको बता दे कि चारधाम यात्रा में आने वाले सभी यात्रियों को दर्शन कराए जाएंगे। यदि किसी यात्री के पास पंजीकरण नहीं है तो उन्हें वापस नहीं भेजा जाएगा। इसके लिए ऋषिकेश व हरिद्वार में ऑफलाइन बुकिंग की सुविधा होगी।