प्रसव के लिए अस्पताल पहुंची गर्भवती की मौत, परिजन ने लगाया देरी से रेफर करने का आरोप
आखिर कब तक पहाड़ की बहु बेटी स्वास्थ्य विभाग और सरकारी तंत्र के कारण मरती रहेगी घटना अल्मोड़ा जिले की जहा गर्भवती महिला की मोत हो गयी….
उत्तराखंड : घटना अल्मोड़ा जिले की जहा प्रसव के लिए राजकीय अस्पताल पहुंची एक महिला की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर देरी से रोगी को रेफर करने का आरोप लगाया है। कहा कि समय पर रेफर कर देते तो वह गर्भवती महिला को अच्छे अस्पताल ले जाते। बताया गया है कि रविवार सुबह पौने पांच बजे यहां शिव मंदिर लाइन निवासी शीतल (20 वर्ष) पत्नी अर्जुन को प्रसव पीड़ा हुई। परिजन शीतल को राजकीय अस्पताल ले गए। वहां डाक्टरों ने उसे देखा और भर्ती कर दिया।
दिन भर कई बार रोगी को देखा भी गया। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों ने उनसे नार्मल डिलीवरी होने की बात कही थी, लेकिन शाम तक डिलीवरी नहीं हुई। आरोप लगाया कि रविवार की रात आठ बजे डॉक्टरों ने उसे रेफर कर दिया।
रात हो जाने के कारण वह शीतल को हल्द्वानी नहीं ले जा सकते थे, नजदीक एक निजी अस्पताल ले गए, जहां शीतल ने दम तोड़ दिया। इधर, कांग्रेस पूर्व प्रदेश प्रवक्ता अतुल जोशी ने अस्पताल की व्यवस्थाओं पर नाराजगी जताई, कहा कि कई बार आंदोलन करने के बावजूद वहां व्यवस्थाएं नहीं सुधर रहीं, सुविधाओं के अभाव में अस्पताल भवन सफेद हाथी बने हुए हैं।
अस्पताल प्रशासन की कोई गलती नहीं है। नार्मल डिलीवरी के लिए बार-बार रोगी को वॉच करना पड़ता है लेकिन देर रात तक भी प्रसव नहीं हुआ तो उसे रेफर करना पड़ा। इसके लिए 108 को भी अस्पताल ने काल कर दी थी।