उत्तराखंड

चमोली हादसा: मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये सहायता देगी धामी सरकार..

चमोली हादसा: मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये सहायता देगी धामी सरकार..

 

 

उत्तराखंड: चमोली में बुधवार सुबह एक बड़ा हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई। दरअसल चमोली बाजार के पास अलकनंदा नदी के किनारे नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर अचानक करंट फैल गया। दर्दनाक हादसे में 16 लोगों की मौत हो गई है। कई लोग बुरी तरह झुलसे हैं। मृतकों में पीपलकोटी चौकी प्रभारी प्रदीप रावत और होमगार्ड मुकंदीलाल भी शामिल हैं। सीएम ने कहा कि चमोली जनपद में बिजली के करंट लगने से कई लोगों के घायल एवं हताहत होने की सूचना मिली है।

जिलाधिकारी चमोली को घटना की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। बचाव दल घटनास्थल पर पहुंच गए हैं। घायलों को हायर सेंटर रेफर करने के लिए हेलीकॉप्टर की सेवाएं ली जा रही है। सरकार और प्रशासन के द्वारा राहत एवं बचाव कार्य किए जा रहे हैं। अनुमन्य सहायता राशि शीघ्र उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चमोली घटना में मृतकों के आश्रितों को 5-5 लाख रुपये और घायलों को 1-1 लाख रुपए की राहत राशि अविलंब प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने फोन कर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से चमोली घटना के संबंध में जानकारी ली। मुख्यमंत्री ने स्थिति की जानकारी देते हुए कहा कि मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। घायलों को एम्स ऋषिकेश हेलीकॉप्टर से लाया गया है।

प्रधानमंत्री कार्यालय को भी घटना की पूरी जानकारी दी गईं है। सीएम के निर्देश पर जिलाधिकारी चमोली ने अपर जिलाधिकारी चमोली को एक सप्ताह के अन्दर घटना की विस्तृत मजिस्ट्रियल जांच करने के आदेश दिये हैं। सभी गम्भीर घायलों को हेलीकॉप्टर से इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश लाया जा रहा है। मुख्यमंत्री जिला प्रशासन से हर अपडेट की जानकारी ले रहे हैं।

कैसे हुआ हादसा ?

चमोली आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने कहा कि अब तक 16 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। वहीं सात लोग झुलसे हैं। हादसे में मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। जानकारी के अनुसार, चमोली में नमामि गंगे प्रोजेक्ट की साइट पर काम चल रहा है। बुधवार को जिस समय हादसा हुआ, उस वक्त साइट पर 24 लोग मौजूद थे, झुलसे से करीब 16 लोगों की मौत हुई है।

चमोली के ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता अमित सक्सेना ने बताया कि बीती रात को बिजली का तीसरा फेस डाउन हो गया था। बुधवार को सुबह तीसरे फेज को जोड़ा गया, जिसके बाद सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में करंट दौड़ गया। ट्रांसफार्मर से लेकर मीटर तक कहीं एलटी और एसटी के तार नहीं टूटे हैं, मीटर के बाद तारों में करंट दौड़ा है।

प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि रात में यहां रहने वाले केयर टेकर का सुबह फोन नहीं लग रहा था। जिसके बाद परिजनों ने साइट पर आकर खोजबीन की। तब सामने आया कि केयर टेकर की करंट लगने से मौत हुई है। सूचना मिलते ही परिजनों के साथ कई ग्रामीण भी साइट पर पहुंच गए। जब वह यहां पहुंचे तो पुलिस मामले की जांच कर रही थी। इस दौरान वहां दोबारा से करंट फैल गया। जिसकी चपेट में कई लोग आ गए।

 

 

 

 

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