आपदा के बाद एसपी दे रहे जनपद के लिए बेहतर सेवाएं
25 हजार से अधिक यात्रियों ने किये बाबा के दर्शन
रुद्रप्रयाग। जनपद के पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा ने चैथी बार भगवान केदारनाथ धाम के कपाट खुलवाकर रिकार्ड बना लिया है। इससे पहले किसी भी पुलिस अधीक्षक ने इतनी लम्बी सेवा जनपद के लिए नहीं दी। मीणा के नेतृत्व में चार सालों से भगवान केदारनाथ के कपाट खोले जा रहे हैं और आपदा के बाद से पुलिस अधीक्षक जनपद के लिए बेहतर सेवाएं भी देते आ रहे हैं, जिसका नतीजा यह कि यात्रा पड़ावों पर यात्रियों को सुरक्षा की दृष्टि से बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं और अतिथि देवो भवः की परम्परा का निर्वहन ईमानदारी से किया जा रहा है।
पुलिस अधीक्षक प्रहलाद नारायण मीणा केदारनाथ से आई आपदा के बाद से जिले में यात्रा व्यवस्था से लेकर केदारनाथ धाम की सुरक्षा पर विशेष फोकस किये हुए हैं। हर यात्रा सीजन में पुलिस अधीक्षक के दिशा-निर्देश पर यात्रा मार्गों में पुलिस के जवान तैनात हो जाते हैं और यात्रियों की हरसंभव मदद की जाती है। विगत चार सालों से पुलिस अधीक्षक मीणा अपनी मौजूदगी में धाम के कपाट खुलवा रहे हैं। ऐसे में उन्होंने एक रिकार्ड भी बना दिया है। उनके नाम पर वीवीआईपी और वीआईपी ड्यूटी का भी रिकार्ड है। उनके सेवाकाल में पिछले सीजन में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दो बार केदारनाथ धाम का सफलतापूर्वक दौरा किया गया। उससे पूर्व पिछले सीजन 24 सितम्बर 2017 को देश के महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, एक अगस्त को गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने केदारनाथ का दौरा किया। जिले के इतिहास मे ऐसा पहली बार हुआ कि एक ही यात्राकाल और एक ही पुलिस अधीक्षक के कार्यकाल में महामहिम राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने केदारनाथ धाम का दौरा किया। जनपद के पुलिस अधीक्षक नियुक्त होने के बाद पीएन मीणा चैथी बार केदारनाथ के कपाट खुलवाने का रिकार्ड बना चुके हैं। ऐसा पहली बार हुआ है कि किसी पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारी द्वारा लगातार चार सालों में केदारनाथ के कपाट खुलवाए गए हैं। ऐसा सौभाग्य प्राप्त करने वाले प्रहलाद नारायण मीणा उत्तराखंड के अब तक के इतिहास में पहले पुलिस अधीक्षक हैं।
एसपी मीणा यात्रा व्यवस्थाओं को सुदृढ़, सुखद एवं सुरक्षित बनाये रखने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं, जिसका नतीजा यह है कि इस बार कपाट खुलने के मौके पर 25 हजार से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन कर लिए हैं। कपाट खुलने से पूर्व और कपाट खुलने के बाद तक पुलिस अधीक्षक ने नंगे पांव रहकर स्वयं ही यात्रा व्यवस्थाओं को बनाए रखने की जिम्मेदारी ली, जिस पर उपस्थित श्रद्धालुओं द्वारा भी पुलिस व्यवस्थाओं की जमकर प्रशंसा की गई। ऐसा भी पहली बार ही संभव हो पाया कि केदारनाथ में कपाट खुलने के समय चाहे वह वीआईपी हो या आम श्रद्धालु, सभी यात्रियों ने एक ही दरवाजे से बाबा के दर्शन किए गए। आपको बता दें कि जनपद पुलिस की ओर से विगत वर्षों में यात्रा व्यवस्था बनाए रखने में कीर्तिमान स्थापित किये गये हैं, जिसका श्रेय पुलिस अधीक्षक अपने अधीनस्थों को बराबर रूप से देते हैं। पुलिस अधीक्षक प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि यात्रा पड़ावों पर पुलिस के जवान तैनात किये गये हैं। जो हर समय यात्रियों की सेवा में तत्पर हैं। उन्होंने कहा कि बुजुर्ग और बीमार यात्रियों को कंधों के सहारे पहुंचाया जा रहा है और उन्हें मेडिकल की सेवा भी शीघ्र दी जा रही है। यात्रियों को किसी भी चीज की परेशानी न हो, इसका विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपदा के बाद यह पहला मौका है जब कपाट खुलने के मौके पर इतनी लम्बी संख्या में तीर्थ यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किये हैं। केदारनाथ में वीआईपी दर्शनों पर भी रोक लगा है। अब आम श्रद्धालुओं की तरह ही वीआईपी भी लाइन लगाकर भगवान के दर्शन करेंगे।