छठ पूजा पर घर नहीं जा सके तो दो लोगों ने की आत्महत्या..
उत्तराखंड: सूर्योपासना का यह पर्व कार्तिक महीने के शुक्ल पक्ष के चतुर्थी से सप्तमी तिथि तक मनाया जाता है। इस वर्ष छठ पर्व की शुरुआत सोमवार को स्नान यानी नहाय-खाय के साथ हुई। इसके बाद मंगलवार को व्रतियों ने ‘खरना’ का प्रसाद ग्रहण किया। आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया गया। लेकिन इसी बीच एक दुःखद खबर भी सामने आयी हैं। यहां हल्द्वानी के रहने वाले बिहार निवासी दो युवक भी यही कर रहे थे। यह दोनों छठ पूजा पर अपने परिवार के साथ होना चाहते थे, लेकिन काम की मजबूरियों के चलते घर नहीं जा सके।
पत्नियों ने फोन किया तो दंपति के बीच बहस हो गई बस इतनी सी बात पर दोनों युवकों ने खुदकुशी कर ली। जवान बेटों की मौत के बाद छठ पूजा के मौके पर बिहार निवासी दो परिवारों में मातम छा गया। बिहार के रहने वाले बिट्टू कुमार और भरत चौधरी रोजी-रोटी की तलाश में उत्तराखंड आए थे, लेकिन त्योहार पर घर नहीं जा सके। पत्नी ने ताना मारा तो आहत होकर दोनों ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। बहरहाल पुलिस ने दोनों युवकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए हैं। मामले की जांच जारी है।