द्वितीय केदार मदमहेश्वर शीतकालीन गद्दीस्थल से धाम के लिए रवाना..
19 मई को खुलेंगे मदमहेश्वर धाम के कपाट..
इस बार भी सिक्स सिग्मा की टीम देगी मदमहेश्वर धाम में स्वास्थ्य सेवाएं..
दो चिकित्सक के साथ रहेंगे दो पैरामेडिकल स्टाॅफ तैनात..
रुद्रप्रयाग। पंच केदारों में द्वितीय केदार के नाम से विख्यात भगवान मदमहेश्वर की डोली शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर से धाम के लिए रवाना हो गई है। आज डोली का अंतिम रात्रि प्रवास गौंडारा में होगा और 19 मई को डोली के धाम पहुंचने के बाद मंदिर के कपाट खोल दिये जायेंगे। वहीं इस बार भी सिक्स सिग्मा की मेडिकल टीम मदमहेश्वर धाम में सेवाएं देगी। टीम में दो चिकित्सक व दो पैरा मेडिकल स्टाॅफ शामिल है। साथ ही मेडिकल टीम को सैटेलाइट फोन भी दिये गये हैं, जिससे कोई बड़ी घटना घटने पर त्वरित गति से राहत बचाव कार्य किया जा सके।
द्वितीय केदार भगवान मदमहेश्वर छः माह अपने शीतकालीन गददीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ में विराजमान रहने के बाद आज अपने धाम के लिए रवाना हो गए हैं। शीतकालीन गद्दीस्थल में विधि विधान से भगवान मदमहेश्वर की पूजा अर्चना की गई, जिसके बाद स्थानीय वाद्य यंत्रों और हजारों भक्तों की जयकारों के साथ भगवान को धाम के लिए रवाना किया गया। बता दें कि मदमहेश्वर धाम में भगवान शिव के मध्य भाग की पूजा होती है। ओंकारेश्वर मंदिर में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने वैदिक मंत्रोंच्चारण, मांगल गीतों के साथ डोली को भावुक क्षणों के साथ विदा किया।
भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली डंगवाडी, ब्राह्मण खोली, मंगोलचारी, सलामी, फापंज, मनसूना, राऊलैंक, उनियाणा सहित विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए रात्रि प्रवास के लिए राकेश्वरी मंदिर रांसी पहुंचेगी तथा 18 मई को राकेश्वरी मंदिर रांसी से प्रस्थान कर अंतिम रात्रि प्रवास के लिए गौंडार गांव पहुंचेगी। 19 मई को भगवान मदमहेश्वर की चल विग्रह उत्सव डोली गौंडार गांव से प्रस्थान कर बनातोली, खटारा, नानौ, मैखम्भा कूनचटटी यात्रा पड़ावों पर श्रद्धालुओं को आशीर्वाद देते हुए मदमहेश्वर धाम पहुंचेगी तथा डोली के धाम पहुंचने पर भगवान मदमहेश्वर के कपाट 11 बजे कर्क लगन में वेद ऋचाओं के साथ ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। मदमहेश्वर धाम की डोली रवाना होने के साथ ही सिक्स सिग्मा की टीम भी मदमहेश्वर धाम के लिए रवाना हो गई है।
मेडिकल टीम में दो चिकित्सक और दो पैरा मेडिकल स्टाॅफ है। जो तीर्थयात्रियों को मदमहेश्वर धाम में सेवाएं देंगे। इसके अलावा टीम के पास सैटेलाइट फोन दिये गये हैं। धाम में दूर संचार की व्यवस्था नहीं होने से सिक्स सिग्मा ने सैटेलाइट फोन अपनी टीम को दिये हैं, जिससे कोई घटना घटने पर त्वरित गति से राहत व बचाव का कार्य किया जा सके। मदमहेश्वर धाम की दूरी रांसी से 15 किमी है और यहां पहुंचने के लिए घोड़े-खच्चरों के साथ पालकी का सहारा लिया जा सकता है। सिक्स सिग्मा टीम के सीईओ डाॅ प्रदीप भारद्वाज ने बताया कि मदमहेश्वर डोली के धाम पहुंचने से पहले मेडिकल टीम पहुंच जाएगी और तीर्थयात्रियों को स्वास्थ्य सेवाएं देना शुरू कर देगी।
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