परवीन सेमवाल
जिलाधिकारी ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए की पुनर्निर्माण कार्यो की समीक्षा
तीन दिन के भीतर मजदूरों के भुगतान का भरोसा, चालीस लेबर राजस्थान से पहुंचेगी केदारनाथ
रुद्रप्रयाग। जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए केदारनाथ में चल रहे पुनर्निर्माण कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्माणदायी संस्थाओं को यात्रा शुरू होने से पूर्व सभी व्यवस्थाएं चाक-चैबंद करने के निर्देश दिए। उप जिलाधिकारी ऊखीमठ को निर्देश दिये कि निर्माण कार्य दो शिफ्ट में करवाए जायें।
वीडियो कान्फ्रेसिंग के जरिए जिलाधिकारी ने जल संस्थान के अधिशासी अभियंता को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द पानी की व्यवस्था जुटा ली जाय, जिस पर अधिशासी अभियंता ने बताया कि बीस अप्रैल तक पानी की व्यवस्था सुचारू कर दी जाएगी। जिलाधिकारी ने कहा कि तीन दिन के भीतर सभी मजदूरों का भुगतान कर दिया जाएगा। उन्हांेने बताया कि चालीस लेबर और जल्द ही राजस्थान से आएंगे और वे भी केदारनाथ में पत्थर बनाने का कार्य करेंगे, ताकि जल्द से जल्द इस कार्य को पूरा किया जा सके। उन्होंने बताया कि धाम में 966 जीओ क्रियान्वयन हो गया है और किसी भी काम के लिए वर्क आडर कर काम करवा सकते है। कहा कि धाम में रेन शेड का निर्माण जल्द से जल्द किया जाय जिसमें एक हजार लोगों के ठहरने की व्यवस्था हो।
जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल ने कहा कि एमआई-26 में हाॅट बाजार का निर्माण भी किया जाएगा और पचास दुकाने तैयार की जाएंगी और जिन लोगों के घर टूटे है उन्हें प्राथमिकता के तौर दुकाने आवंटित की जाएंगी। बताया कि दस अप्रैल से केदारनाथ में नगर पंचायत द्वारा सफाई अभियान चलाया जाएगा। जिलाधिकारी ने एमआई-26 से मंदिर तक मार्ग सौंदर्यीकरण के लिए रास्ते के दोनों छोर पर गमले लगाने के निर्देश डीडीएमए को दिए। साथ ही कहा कि जितने भी भवन है उनकी खिडकी और दरवाजों पर एक ही कलर का पेंट लगाया जाए ताकि उससे वह आकर्षित दिखें। निम के अधिकारियों ने बताया कि अभी तक धाम में 34 घर तैयार कर दिए गए है और अन्य का निर्माण प्रगति पर है। जिंदल गु्रप के वास्तुविद महेश को केदारनाथ धाम के सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए।
इस मौके पर मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ सरोज नैथानी, एसडीएम उखीमठ गोपाल चैहान, एई डीडीएमए एलएम बेंजवाल, अधिशासी अभियंता जल संस्थान संजय सिंह सहित निम, सिंचाई विभाग, विद्युत, जिंदल और लोनिवि के अधिकारी मौजूद थे।