केदारनाथ में उतरते समय लड़खड़ाया हेलीकॉप्टर, लैंडिंग देखकर भागने लगे लोग..
हेलीपैड से टकरा कर 270 डिग्री घूम गया हेलीकॉप्टर..
केदारनाथ में 31 मई को दोपहर करीब डेढ़ बजे थम्बे एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का एक बेल 407 हेलीकॉप्टर केदारनाथ हेलीपैड पर उतरते समय अनियंत्रित हो गया
उत्तराखंड: चारधाम यात्रा शुरू होते ही केदारनाथ धाम यात्रा के लिए श्रद्धालु हेलीकाप्टर से भी भारी संख्या में केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए जा रहे हैं।
केदारनाथ धाम के लिए तीन स्थानों से हेली सेवा का संचालन किया जाता है। जिसमें तीर्थ यात्रियों को रुदप्रयाग जिले के गुप्तकाशी, फाटा और सिरसी से हेली सेवा की सुविधा मिलती हैं। इन तीन स्थानों से केदारनाथ धाम के लिए नौ कंपनियों के माध्यम से हेली सेवा संचालित की जाती है।
जिसमें गुप्तकाशी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट, आर्यन एविएशन, फाटा से केदारनाथ के लिए पवन हंस, चिपसन एविएशन, थंबी एविएशन, पिनाक्ल एयर और सिरसी से केदारनाथ के लिए एरो एयर क्राफ्ट व हिमालयन हेली व केट्रल एविएशन के माध्यम से हेली सेवा का संचालन किया जाता है।
लेकिन कभी कभी तेज गति की हवा से हेलीकाप्टर क्रैश होने जैसी संभावना भी बनी रहती हैं। 31 मई को भी ऐसा ही कुछ थंबी एविएशन के हेलीकाप्टर के साथ हुआ। केदारनाथ में 31 मई को दोपहर करीब डेढ़ बजे थंबी एविएशन प्राइवेट लिमिटेड का एक बेल 407 हेलीकॉप्टर केदारनाथ हेलीपैड पर उतरते समय अनियंत्रित हो गया और ‘हेलीपैड’ से टकरा कर उछल गया और 270 डिग्री घूम गया।
इसके बाद डीजीसीए ने हेलीकॉप्टर के पायलटों के लिए एक परामर्श जारी किया है।जिसमें निर्देश दिया गया है कि जब कभी उतरने के दौरान पीछे से तेज गति हवा बह रही हो, तो पायलट सावधानी बरतें। डीजीसीए ने घटना के खासतौर पर श्री केदारनाथ हेलीपैड पर, पीछे से तेज गति से हवा बहने पर सावधानी बरतने को कहा हैं।
डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) के अधिकारियों का कहना हैं कि डीजीसीए ने घटना की जांच शुरू कर दी है। बता दे कि हेलीकॉप्टर अस्थिर हालत में हेलीपैड की ओर आया और इसे स्पर्श करने के दौरान हेलीकॉप्टर जमीन से जोर से टकराया, कुछ ऊपर उठ गया और इसके बाद 270 डिग्री मुड़ गया, जिसके बाद दोबारा जमीन पर जोर से टकराते हुए उतरा।