चन्द्रनगर में स्कूली छात्रों ने निकाली रैली, कलक्ट्रेट में जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने दिया धरना
किसी भी कीमत पर नहीं खुलने दी जायेगी दुकान
रुद्रप्रयाग। केदारनाथ विधानसभा के चन्द्रनगर में शराब की दुकान को लेकर आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को शराब की दुकान के विरोध में जहां स्कूली छात्रों ने जोरदार प्रदर्शन कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की, वहीं जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर एक दिवसीय धरना देकर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को ज्ञापन भेजा। ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा कि किसी भी कीमत पर क्षेत्र में शराब की दुकान नहीं खुलने दी जायेगी, चाहे इसके लिए ग्रामीण किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार हैं।
दरअसल, इस वित्तीय वर्ष में जिले की दो विधानसभाओं में शराब की नई दुकान खुलनी हैं। रुद्रप्रयाग विधानसभा के खेड़ाखाल में शराब की दुकान का कोई विरोध नहीं है, जबकि केदारनाथ विधानसभा के चन्द्रनगर में शराब की दुकान का पहले दिन से ही विरोध चल रहा है। शराब की दुकान को लेकर महिलाएं हर दिन आंदोलन कर रही हैं। कभी ग्रामीण महिलाएं शराब की पेटियों को नष्ट कर रही हैं तो कभी जहां दुकान का संचालन शुरू हो रहा है, वहां पहुंचकर शराब संचालकों को खदेड़ रही हैं। ऐसे में शराब संचालकों में भी डर का माहौल बन गया हैं। शुक्रवार को शराब की दुकान के विरोध में एक ओर स्कूली छात्रों ने चन्द्रनगर बाजार में रैली निकालकर सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की, वहीं केदारनाथ विधायक मनोज रावत के नेतृत्व में क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों एवं ग्रामीणों ने कलक्ट्रेट पहुंचकर एक दिवसीय धरना दिया।
धरना स्थल पर विधायक मनोज रावत ने कहा कि पहले ही केदारनाथ विधानसभा में शराब की दुकानों से ग्रामीण महिलाएं परेशान है। ऊपर से एक ओर शराब की दुकान को स्वीकृति देकर सरकार ने महिलाओं की परेशानियों को बढ़ा दिया है। चन्द्रनगर क्षेत्र का मुख्य केन्द्र बिन्दु है और वहां पर शराब की दुकान खुलने से सामाजिक माहौल बिगड़ जायेगा। शराबियों के हुड़दंग के कारण महिलाओं, बच्चों, छात्राओं का बाहर निकलना भी मुश्किल हो जायेगा। क्षेत्रीय समस्याओं को लेकर सरकार को ज्ञापन दिये गये हैं। उन पर कोई कोई गौर नहीं किया जा रहा है और अपने फायदे के चक्कर में शराब की दुकानों को खोला जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसी भी कीमत पर चन्द्रनगर में शराब की दुकान को नहीं खुलने दिया जायेगा। जिला पंचायत सदस्य कल्पेश्वरी देवी ने कहा कि जिले में शराब बंदी होनी चाहिए। शराब के कारण युवा पीढ़ी नर्ग की ओर जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों का सबसे बुरा हाल है। शाम होते ही हुड़दंगियों का आतंक बढ़ जाता है, जिस कारण गांव की शांत वादियां अशांति में बदल जाती हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन ने जल्द ही शराब की दुकान को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को उग्र किया जायेगा। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम को ज्ञापन भी भेजा और शराब की दुकान को निरस्त करने की मांग की। इस मौके पर ताजबर सिंह खत्री, शत्रुघ्न सिंह नेगी, लक्ष्मण सिंह, सुमन सिंह नेगी, वीरपाल रावत, मोहन सिंह नेगी, चरण सिंह, संगीता देवी, चन्द्रा देवी, सरिता देवी, सोनी देवी, अंजली देवी, जसमती देवी, सुशीला देवी, सुनीता देवी सहित कई ग्रामीण मौजूद थे।