हेलंग विवाद- बच्ची को हिरासत में लेने के मामले की जांच के आदेश..
पांच अगस्त तक मांगा गया जवाब..
उत्तराखंड: सोशल मीडिया पर उत्तराखंड का एक वीडियो आजकल तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कुछ महिलाओं की पीठ पर घास की गठरी लेकर जा रही हैं और पुलिसकर्मी और सीआईएसएफ उनसे घास की गठरी छीनते हुए नजर आ रहे हैं। जोशीमठ स्थित हेलंग घाटी में टीएचडीसी और प्रशासन द्वारा बीती 15 जुलाई को घास लाती ग्रामीण महिलाओं को हिरासत में लेने और उनका चालान करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। बता दे कि चमोली जिले के हेलंग में चारा-पत्ती विवाद में महिलाओं के साथ एक बच्ची को भी हिरासत में लिए जाने का बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने कड़ा संज्ञान लिया है।
इस मामले में आयोग की ओर से पुलिस अधीक्षक चमोली को पत्र लिखकर पांच अगस्त तक जवाब मांगा गया है। भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (माले) के गढ़वाल सचिव इंद्रेश मैखुरी ने आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी। आयोग की ओर से पुलिस अधीक्षक चमोली को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि शिकायतकर्ता की ओर से इस मामले में जो आरोप लगाए गए हैं, वह अत्यंत गंभीर हैं।
घटना वाले दिन पुलिस की ओर से महिलाओं के साथ एक डेढ़ साल की बच्ची को भी एक घंटे से अधिक समय तक पुलिस वाहन में बिना दूध-पानी के बैठाया गया। जबकि उस बच्ची का कोई दोष नहीं था। शिकायतकर्ता की ओर से इस प्रकरण को गंभीरता से लेेते हुए दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का अनुरोध किया गया है। इस संबंध में आयोग के सदस्य विनोद कपरवाण की ओर से पांच अगस्त तक जांच कर आख्या प्रस्तुत करने को कहा गया है।