गर्मी बढ़ने के साथ ही उत्तराखंड में बिजली संकट शुरू..
उत्तराखंड में आज कुछ क्षेत्रों में हो सकती है बिजली की कटौती..
देश में गर्मी बढ़ने के साथ ही गहराते बिजली संकट से पार पाने के लिए यूपीसीएल लगातार प्रयास कर रहा है। गुरुवार के लिए जो बिजली बाजार से खरीदी गई है, उसमें कुछ जगहों पर 16 से 20 रुपये का मूल्य होने की वजह से नहीं खरीद पाए।
उत्तराखंड: बिजली की किल्लत के चलते ऊर्जा निगम ग्रामीण क्षेत्रों में के साथ मैदानी क्षेत्रों में भी बिजली कटौती की संभावना बन रही है। कई शहरी इलाकों में भी कुछ-कुछ देर के कट लगाए जा रहे हैं। उत्तराखंड में विद्युत उत्पादन मुख्य रूप से जल विद्युत परियोजनाओं पर निर्भर है। यहां उत्तराखंड जल विद्युत निगम की 17, निजी कंपनियों की 17 व केंद्र सरकार की चार परियोजनाओं से उत्पादन किया जाता है। लेकिन, इन जल विद्युत परियोजनाओं में उत्पादन सामान्य से कम होने के कारण अभी पर्याप्त बिजली नहीं मिल पा रही। आने वाले दिनों में ग्लेशियर पिघलने से नदियों का जल प्रवाह बढ़ने की उम्मीद है, जिसके बाद विद्युत उत्पादन में बढ़ोतरी हो सकती है।
देश में गर्मी बढ़ने के साथ ही गहराते बिजली संकट से पार पाने के लिए यूपीसीएल लगातार प्रयास कर रहा है। गुरुवार के लिए जो बिजली बाजार से खरीदी गई है, उसमें कुछ जगहों पर 16 से 20 रुपये का मूल्य होने की वजह से नहीं खरीद पाए। इसलिए आधा घंटे से 40 मिनट की कटौती कुछ जगहों पर हो सकती है।
यूपीसीएल के अधिकारियों का कहना हैं कि बुधवार को प्रदेश में कहीं भी बिजली किल्लत की वजह से कटौती नहीं की गई। वहीं, गुरुवार के लिए भी बिजली का इंतजाम कर लिया गया है। लेकिन कुछ जगहों पर इसकी कमी हो सकती है। आपको बता दे कि गुरुवार को यूपीसीएल रियल टाइम मार्केट से भरपाई की कोशिश करेगा। फिर भी अनुमान लगाया जा रहा है कि कुछ जगहों पर 30 मिनट से 40 मिनट का पावर कट झेलना पड़ सकता है। बता दे कि यूपीसीएल प्रबंधन, यूजेवीएनएल से लगातार बढ़ती डिमांड के बीच बातचीत कर रहा है। जिसमें कोशिश की जा रही है कि धरासूं सहित कुछ पावर हाउस से बिजली उत्पादन बढ़ाया जाए, जिससे बिजली की किल्लत पर कुछ हद तक काबू पाया जा सके। यूपीसीएल के एसई गौरव शर्मा का कहना हैं कि पिछले तीन दिनों से कहीं भी किल्लत की वजह से पावर कट नहीं हुआ है।