खाली या बेकार पड़ी प्लास्टिक की बोतलों को फेकें नहीं, दोबारा करें इस्तेमाल..
उत्तराखंड: पानी हो या कोल्ड्रिंक, रिफाइंड हो या फिनायल, ज्यादातर सामान अब प्लास्टिक की बोतलों में ही आता हैं। जिनके खाली हो जाने के बाद आमतौर पर लोग कचरे के डिब्बे में फेंक देते हैं। जो पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने में सबसे बड़ी भूमिका निभाती हैं। अगर फेंकने की जगह इनका इस्तेमाल कर लिया जाए तो एक साथ दो काम हो सकते हैं। एक तो पर्यावरण की सुरक्षा हो सकती है और दूसरा घर की सजावट और जरूरतें भी पूरी हो सकती हैं।
ऐसा ही कुछ किया हैं। रा.आ.उ.प्रा. वि. मंगसू, कीर्ति नगर, टिहरी गढ़वाल के अध्यापक श्रीमान किशोर सिंह सजवाण जी ने, जिन्होंने प्लास्टिक की बोतलों का सद्पयोग कर सीढीनुमा क्यारी अपने हाथ से बनवाकर अपने स्कूल के विध्यार्थीयो को स्वच्छता से प्रोत्साहित करते हैं। ऐसे ही तो यह देवलोक स्वच्छ लोक बनेगा। हम सभी ऐसे अध्यापक को सादर नमन करते हैं। हम सभी को आपसे सीख कर स्वच्छता के लिए अपनी भागीदारी सुनिश्चित करनी चाहिए।