उत्तराखंड

रुद्रप्रयाग जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में हुआ जोरदार हंगामा..

अधिकांश सदस्यों ने किया बोर्ड बैठक का बहिष्कार..

सदस्यों ने जिला पंचायत पर लगाये अनियमितताओं के आरोप..

रुद्रप्रयाग: जिला पंचायत की बोर्ड बैठक धमाकेदार रही। अधिकांश जिला पंचायत सदस्यों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर दिया। सदस्यों का आरोप था कि जिला पंचायत में मनमर्जी से कार्य हो रहे हैं। जिला पंचायत सदस्यों का किसी भी प्रकार से कोई रोल नहीं है। जिला पंचायत सदस्यों की कोई भी योजना कार्ययोजना में सम्मलित नहीं हो रही है। जिला पंचायत वर्तमान में मात्र कर्मचारियों तक सीमित रह गई है। जिला पंचायत रुद्रप्रयाग के अधिकांश सदस्यों में जिला पंचायत की कार्यप्रणाली के खिलाफ आक्रोश बना हुआ है।

 

दरअसल, मंगलवार को जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की बोर्ड बैठक थी, लेकिन जिला पंचायत के अधिकांश सदस्यों ने बोर्ड बैठक का बहिष्कार कर दिया। जिला पंचायत के अधिकांश सदस्य जिला पंचायत से नाराज थे। कुछ जिला पंचायत सदस्य जिला पंचायत की कार्यप्रणाली से खुश नहीं थे। बोर्ड बैठक का करने वाले सदस्यों का कहना है कि उनकी एक भी योजना अभी तक कार्ययोजना में शामिल नहीं हुई है। जिला योजना की धनराशि को जिलाधिकारी की ओर से वितरित किया जा रहा है, लेकिन बावजूद इसके जिला योजना की बैठक में अध्यक्ष शामिल हो रही हैं। ऐसे में बैठक में अध्यक्ष के शामिल होने का कोई औचित्य नहीं बनता है।

 

नाराज सदस्यों का कहना है कि आज जिला पंचायत रुद्रप्रयाग मात्र अपने कर्मचारियों तक सीमित रह गई है। जनता की ओर से चुने हुये जनप्रतिनिधियों का कोई रोल नहीं है। जब सदस्यों की कोई बात ही नहीं मानी जानी थी तो इनको बैठक में बुलाया क्यो गया। सदस्यों ने कहा कि जिस जनता ने उन्हें चुनकर सदन में भेजा है, उनको वह क्या जवाब दें। सदस्यों ने जिला पंचायत पर अनेक प्रकार की अनियमितताओं के आरोप भी लगाये हैं।

 

जिला पंचायत सदस्य सिल्ला बमणगांव कुलदीप कंडारी, खांखरा नरेन्द्र सिंह बिष्ट, कंडारा सुमन नेगी, स्यूर रेखा बुटोला चैहान आदिन ने कहा कि जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की कार्यप्रणाली सवालों के घेरे में है। जिला पंचायत मात्र कर्मचारियों की सुख-सुविधा तक सीमित रह गई है। सदस्यों की कोई भी योजना कार्ययोजना में शामिल नहीं हो पा रही है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत का यह रवैया बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

 

जिला पंचायत उपाध्यक्ष सुमंत तिवारी ने कहा कि अधिकांश सदस्य जिला पंचायत रुद्रप्रयाग से नाराज हैं और सदस्यों की नाराजगी जायज है। उन्होंने कहा कि सदस्यों के सज्ञान में आये बगैर ही अनेक प्रकार के खर्चे हो रहे हैं। यह खर्चे किस मद में हो रहे हैं, किसी को कोई पता नहीं है। जिला पंचायत में होने वाले हरेक कार्य की जानकारी सदस्यों को होनी चाहिये और ये उनका हक है, लेकिन यहां ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। सदस्य अनेक प्रकार के अनियमितताओं के आरोप लगा रहे हैं। इधर, जिला पंचायत रुद्रप्रयाग की अध्यक्ष अमरदेई शाह ने कहा कि सदस्यों ने कुछ देर के लिये बैठक का बहिष्कार किया था। बाद में वह बैठक में शामिल हो गये थे। सदस्य किसी भी प्रकार से नाराज नहीं है।

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