उत्तराखंड

आपदा की दृष्टि से जनपद बेहद संवेदनशील: डाॅ रावत..

जनपद प्रभारी मंत्री ने ली आपदा प्रबंधन की बैठक..

सड़क, पेयजल व विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर दो घंटे के भीतर व्यवस्था की जाय सुचारू..

कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले किसानों को चैक व प्रमाण पत्र देकर किया सम्मानित..

आपदा के दृष्टिगत जिले में छह टीमों का गठन..

रुद्रप्रयाग: विकास भवन सभागार में आपदा प्रबंधन की बैठक लेते हुए जनपद प्रभारी मंत्री व प्रदेश के उच्च शिक्षा, सहकारिता, प्रोटोकॉल, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ धन सिंह रावत ने कहा कि सड़क, पेयजल व विद्युत आपूर्ति बाधित होने पर अधिकतम दो घंटे के भीतर व्यवस्था को सुचारू किया जाय। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में बारिश से ज्यादा नुकसान होता है, वहां समय रहते राशन पहुंचा दी जाय। इसके साथ स्लाइड जोन वाले स्थानों में जेसीबी मशीन तैनात की जाय और समय रहते मार्गो को खोला जाय।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि आपदा की दृष्टि से रुद्रप्रयाग जनपद अत्यधिक संवेदनशील है।

 

यहां मानसून सीजन में आपदाएं आती रहती हैं। इन आपदाओं से निपटने के लिए अधिकारी पूरी तैयारियों में जुट जांए। आपदा के समय प्रभावितों की हरसंभव मदद की जाय, उन्हें समय रहते राहत पहुंचाई जाय। इस दौरान प्रभारी मंत्री ने कृषि विभाग की ओर से जनपद व विकासखंड स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले चयनित किसानों को कृषक पुरस्कार किसान भूषण प्रमाण पत्र से भी सम्मानित किया। प्रभारी मंत्री ने खाद्यान्न, जल संस्थान, विद्युत, परिवहन, नगर पालिका, लोनिवि, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग, सिंचाई, स्वास्थ्य, आपदा विभाग की तैयारियों की समीक्षा करते हुए विभागीय अधिकारियों को उनसे संबंधित व्यवस्थाओं को सुचारू रूप से व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। पूर्ति अधिकारी ने खाद्यान्न वितरण को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि जनपद के अंतर्गत माह जून तक खाद्यान्न वितरण किया जा चुका है, जबकि जुलाई, अगस्त व सितंबर माह के खाद्यान्न को भी जल्दी वितरित कर दिया जाएगा।

 

राशन कार्डधारकों के कार्ड ऑनलाइन करने सहित आवश्यक व्यवस्थाओं को लेकर प्रभारी मंत्री ने खाद्यान्न सचिव को दूरभाष के माध्यम जरूरी निर्देश दिए। विद्युत विभाग को आपदा के दृष्टिगत बिजली के झूलते तारों व खराब पोलों को ठीक करने तथा बारिश सहित अन्य कारणों से बाधित मोटरमार्गों को अविलंब खुलवाने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए। इस दौरान लोनिवि सहित राष्ट्रीय राजमार्ग व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों ने सड़कों की स्थिति व बाधित होने पर उनकी तैयारियों को लेकर जानकारी देते हुए बताया कि बाधित मोटर मार्गों को जल्द खुलवाए जाने के लिए जेसीबी तैनात रहती हैं। सिंचाई विभाग ने अवगत कराया कि जनपद में सिंचाई के दो डिवीजन रुद्रप्रयाग व अगस्त्यमुनि में स्थित हैं। आपदा प्रबंधन की तैयारियों के दृष्टिगत बताया कि विभागीय स्तर पर कुल छह टीमों का गठन किया गया है। प्रभारी मंत्री ने स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित गतिविधियों को लेकर भी आवश्यक निर्देश दिए।

 

उन्होंने आपदा को लेकर विस्थापित गांवों की सूची यथाशीघ्र उपलब्ध कराने सहित ग्राम प्रधानों को टोल फ्री नंबर आवंटित करने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए। बैठक में केदारनाथ से पहुंचे तीर्थ पुरोहितों ने उनकी समस्याओं को लेकर जिला स्तरीय बैठक करवाने की मांग की। इस अवसर पर डाॅ रावत ने जनपद के कृषकों को कृषि क्षेत्र में बेहतर कार्य करने पर चैक व प्रमाण पत्र भी वितरित किए। इससे पूर्व जिलाधिकारी मनुज गोयल ने विभागवार तैयारियों की जानकारी देते हुए बताया कि इस माह में आपदा प्रबंधन को लेकर ये तीसरी बैठक की जा रही है। बैठक के समापन पर जिलाधिकारी ने उपस्थित अधिकारियों को आपदा प्रबंधन के दृष्टिगत तत्पर रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि समय से सभी अधिकारी अपनी तैयारी सुनिश्चित कर लें।

 

ताकि आपदा को लेकर किसी भी स्थिति से निपटा जा सके। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह, जिलाध्यक्ष भाजपा दिनेश उनियाल, केदारनाथ नगर पंचायत अध्यक्ष देवप्रकाश सेमवाल, मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल, उप वन संरक्षक वैभव कुमार सिंह, अपर जिलाधिकारी दीपेंद्र सिंह नेगी, उप जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग बृजेश तिवारी, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ बीके शुक्ला, संभागीय परिवहन अधिकारी मोहित कोठारी, अधिशासी अभियंता लो.नि.वि. इंद्रजीत बोस, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद सीमा रावत, जिला पूर्ति अधिकारी बचन सिंह रावत, सिंचाई, विद्युत, पीएमजीएसवाई, राष्ट्रीय राजमार्ग सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद थे।

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