उत्तराखंड

उच्च शिक्षा हासिल करने में दून के युवा सबसे आगे..

उच्च शिक्षा हासिल करने में दून के युवा सबसे आगे..

इस जिले की हालत सबसे खराब..

 

 

 

 

 

प्रदेश में उच्च शिक्षा हासिल करने में दून के युवा सबसे आगे हैं। दून के 73.36 फीसदी युवा 12वीं पास करने के बाद उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए डिग्री कॉलेज जा रहे हैं। सिर्फ 27% युवा अपने 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा से दूरी बना रहे हैं।

 

 

 

 

 

उत्तराखंड: प्रदेश में उच्च शिक्षा हासिल करने में दून के युवा सबसे आगे हैं। दून के 73.36 फीसदी युवा 12वीं पास करने के बाद उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए डिग्री कॉलेज जा रहे हैं। सिर्फ 27% युवा अपने 12वीं कक्षा के बाद उच्च शिक्षा से दूरी बना रहे हैं। उच्च शिक्षा के मामले में दूसरे नंबर पर नैनीताल है। नैनीताल में 57.30 फीसदी युवा डिग्री कॉलेज जा रहे हैं।

वहीं रुद्रप्रयाग जिले की हालत सबसे खराब है। यहां केवल 27.07 प्रतिशत युवा उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए डिग्री कॉलेज जा रहे हैं। सामाजिक प्रगति सूचकांक (एसपीआई) की रिपोर्ट में उच्च शिक्षा का यह डाटा जारी हुआ है। उच्च शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सरकारी स्तर पर कॉलेजों और नए पाठ्यक्रमों को बढ़ावा दिया रहा है। राजकीय महाविद्यालयों में रोजगारपरक शिक्षा प्रारंभ कर विद्यार्थियों को नए अवसर प्रदान किए जाते हैं।

शिक्षा का हब है दून..

शिक्षा के मामले में दून हमेशा से आगे रहा है। प्रदेश के अलग-अलग जिलों के युवा यहां स्कूली शिक्षा के लिए आते हैं। इसके साथ ही राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश के पड़ोसी क्षेत्रों के युवा भी दून में शिक्षा के लिए लगातार आते रहते हैं। शिक्षा के हब के रूप में दून की पहचान है। यही कारण है कि सिर्फ देश से ही नहीं विदेशी छात्र भी शिक्षा के नए अवसर तलाश करते हुए दून पंहुचते हैं।

12वीं के बाद नौकरी पर चले जाते हैं युवा..

अक्सर यह भी देखने को मिलता है कि 12वीं के बाद कुछ युवा पुलिस, सेना या अन्य विभागों में छोटे पदों पर भर्ती होने के लिए चले जाते हैं। ऐसे में उनकी आगे की शिक्षा भी पूरी नहीं हो पाती है। वहीं कुछ युवाओं को परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने के चलते 12वीं के बाद प्राइवेट नौकरी करनी पड़ती है। ऐसे में उनकी पढ़ाई भी रुक जाती है।

जिला – उच्च शिक्षा लेने वाले युवाओं का प्रतिशत..

अल्मोड़ा – 48.21%

बागेश्वर – 30.82%

चमोली – 35.28%

चंपावत – 43.20%

देहरादून – 73.36%

हरिद्वार – 53.51%

नैनीताल – 57.30%

पौड़ी गढ़वाल – 56.74%

पिथौरागढ़ – 36.79%

रुद्रप्रयाग – 27.07%

टिहरी गढ़वाल – 29.85%

ऊधमसिंह नगर – 42.33%

उत्तरकाशी – 38.48%

 

 

 

 

 

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