महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के छात्रों ने किया पर्यावरणविद चौधरी के मिश्रित वन का भ्रमण..
पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेन्द्र ने छात्रों को दी मिश्रित वन की जानकारी..
रुद्रप्रयाग। नमामि गंगे स्वच्छता पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत राजकीय महाविद्यालय रुद्रप्रयाग के छात्र-छात्राओं ने प्रसिद्ध पर्यावरणविद जगत सिंह चैधरी के कोट मल्ला गांव स्थित मिश्रित वन का भ्रमण किया। इस दौरान आयोजित कार्यशाला में मिश्रित वनों की भूमिका पर विस्तार से जानकारी दी गई।
पर्यावरणविद चौधरी के मिश्रित वन में पर्यावरण तथा गंगा संरक्षण पर आयोजित एक दिवसीय कार्यशाला में पर्यावरण विशेषज्ञ देवराघवेंद्र सिंह बद्री ने महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं को मिश्रित वनों की भूमि पर विस्तार से जानकारी देते हुए जैविक खाद, वन जैविक उर्वरा बनाने का प्रशिक्षण दिया गया। कहा कि वन जैविक उर्वरा की मदद से अपने क्षेत्र की मिट्टी को उपजाऊ बनाया जा सकता है।
कहा कि जल संरक्षण विधि तथा मिश्रत वन में उगाई जा रही रिंगाल के पौधे से आर्थिकी को बढ़ावा दिया जा सकता है। महाविद्यालय में पर्यटन विभाग के प्राचार्य डा. विक्रम भारती ने कहा कि जगत सिंह चैधरी द्वारा इस मिश्रित वन को लगाने का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण के प्रयोगों से आम जनमानस को रूबरू करवाना था। जिससे सीखकर छात्र-छात्राएं अपने अपने गांवों में भी कर सकेंगे। कहा कि यह जंगल नमामि गंगे कार्यक्रम का अहम हिस्सा है। जिसके कारण ग्लोबल वार्मिंग तथा पानी के संरक्षण का समाधान किया है।
व्यापार प्रबंधन की प्राचार्य डा. पूजा रानी ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए किए गए विभिन्न प्रयोगों से छात्रों को रूबरू कराने की पहल के तहत इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। जिसमें वृक्षारोपण, जलाशयों की सफाई अभियान भी प्रमुख है। इस मौके पर महाविद्यालय प्रतिनिाि सौरभ पंवार, आलोक बुटोला, रिषभ, प्रियंका, प्राची, रूबी रावत, अंजली देवली, अंजली कप्रवाण, भरत सिंह, विजय जसोला, महेंद्र सिंह समेत अन्य मौजूद थे।