उत्तराखंड

यात्रा पड़ाव सोनप्रयाग में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर बाजार किया बंद..

व्यापारियों ने की पंजीकरण की अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग..

यात्रियों को आधे रास्ते से वापस लौटाने से रोजगार हो रहा प्रभावित..

व्यापारियों के विरोध के बाद सोनप्रयाग स्थित जिला पंचायत की पार्किंग से हटाये गये दो हजार बैड..

 

 

 

केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर व्यापार संघ के आहवान पर समस्त व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। व्यापारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार को जल्द पंजीकरण की व्यवस्था को समाप्त कर देना चाहिए।

 

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव सोनप्रयाग में फैली अव्यवस्थाओं को लेकर व्यापार संघ के आहवान पर समस्त व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा। व्यापारियों ने कहा कि प्रदेश सरकार को जल्द पंजीकरण की व्यवस्था को समाप्त कर देना चाहिए। साथ ही यात्रा व्यवस्थाओं में सुधार लाने की जरूरत है। जगह-जगह यात्रियों को रोककर केदारघाटी के व्यापारियों का रोजगार प्रभावित किया जा रहा है और व्यापारियों को बेवजह परेशान किया जा रहा है। इसके साथ ही सोनप्रयाग जिला पंचायत की पार्किंग में अवैध तरीके से दो हजार यात्रियों को ठहराया जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के व्यवसाय पर असर पड़ रहा है। इसके लिए कोई भी टेंडर जारी नहीं किया गया और एक व्यक्ति को संचालन की जिम्मेदारी सौंपी गई।

गुरुवार को सोनप्रयाग में व्यापार संघ अध्यक्ष सोनप्रयाग अंकित गैरोला के नेतृत्व में सभी व्यापारियों ने सुबह चार बजे बाजार बंद कर दिया। दुकानें बंद होने के कारण यहां तीर्थयात्रियों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा। चाय, खाने पीने की जरूरतों के लिए यात्रियों को दिनभर परेशान होना पड़ा। इस मौके पर व्यापारियों ने कहा कि पंजीकरण की परेशनी से यात्रियों की बुकिंग कैंसिल हो रही है। यात्रा में शासन-प्रशासन की भारी अव्यवस्थाएं हैं। यात्री रुद्रप्रयाग जिले में आकर वापस हो रहे हैं। पंजीकरण के नाम पर यात्रियों को बेवजह परेशान करना बंद किया जाए। कहा कि इस अव्यवस्था के कारण यात्रियों की लाखों की बुकिंग कैंसिल हो रही है। यात्रियों की केदारनाथ में बुकिंग होने के बावजूद बद्रीनाथ भेजा जा रहा है।

 

सोनप्रयाग मुख्य बाजार में बैरेकेडिंग लगाई गई है, जिसका कोई औचित्य नहीं है। इससे स्थानीय लोगों के साथ ही व्यापारी एवं तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतें हो रही है। तीन किमी लम्बी लाइन लगाकर यात्रियों को परेशान किया जा रहा है। यात्री को पता ही नहीं है कि उसे किस तरह से यात्रा करनी है। व्यापारियों ने कहा कि सोनप्रयाग बाजार में संचालित मल्टीस्टोरेज पार्किंग को जिला पंचायत द्वारा वाहनों के पार्क करने के लिए ठेकेदार के साथ अनुबंध किया गया था, जहां वाहनों को पार्क होना था, लेकिन यहां बड़ी मात्रा में बैड लगाकर यात्रियों को सुलाया जा रहा है, जिससे व्यापारियों के कारोबार पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। बिना टेंडरिंग प्रक्रिया के पार्किंग के अंदर बैड लगाकर लोगों को सुलाना पूरी तरह गलत है।

 

साथ ही यहां अवैध तरीके से दुकानें संचालित हो रही हैं। व्यापार संघ अध्यक्ष अंकित गैरोला ने कहा कि बीते दिन एसडीएम ऊखीमठ से वार्ता की गई थी और अल्टीमेटम दिया था, मगर अल्टीमेटम के बाद भी मांगों पर कार्रवाई न होने से व्यापारियों को मजबूरन बाजार बंद करना पड़ा। इसके अलावा त्रियुगीनारायण के लिए सोनप्रयाग से दो वाहन लगाने की भी मांग की गई। वहीं व्यापारियों के विरोध के बाद एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा पुलिस फोर्स के साथ व्यापारियों से वार्ता करने गए। करीब एक घंटे की वार्ता के बाद प्रशासन के लिखित आश्वासन पर व्यापारी शांत हुए। दोपहर करीब बारह बजे बाजार खोला गया। इस मौके पर त्रियुगीनारायण की प्रधान प्रियंका तिवारी, सामाजिक कार्यकर्ता दिवाकर गैरोला सहित बड़ी संख्या में व्यापारी मौजूद थे।

 

 

 

 

 

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