उत्तराखंड

भाजपा विधायक विनोद चमोली ने दी सचिवालय पर धरना देने की चेतावनी..

भाजपा विधायक विनोद चमोली ने दी सचिवालय पर धरना देने की चेतावनी..

15 दिन में कार्य पूूरा नहीं हुआ तो अब मेरा सब्र टूट जाएगा-चमोली..

 

 

 

 

उत्तराखंड: देहरादून में टूटी सड़क और नाले का सुधारीकरण कार्य न होने पर रविवार को नाराजगी जताते हुए ऋषि विहार व इंद्रा एन्क्लेव से बड़ी संख्या में लोग धर्मपुर विधायक विनोद चमोली के आवास पर पहुंच गए। आक्रोशित लोगों की इस बात को लेकर विधायक से कहासुनी भी हो गई। विधायक का कहना हैं कि इसे लेकर लगभग सभी औपचारिकताएं पूरी हो गई हैं। जल्द इसका शासनादेश जारी किए जाने के लिए उनकी अधिकारियों से वार्ता भी हुई है। विधायक ने कहा कि 15 दिन के भीतर शासनादेश नहीं हुआ तो जनता की समस्या देखते हुए वह खुद क्षेत्रवासियों के साथ सचिवालय पर धरना देने को मजबूर होंगे। इस पर क्षेत्रवासी शांत हुए और विधायक के समर्थन में नारेबाजी भी की।

 

धर्मपुर विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत आईटीबीपी गेट से ऋषि विहार तक नाले और सड़क को ठीक करने का कार्य किया जाना है। जर्जर सड़क और नाला खुला होने के कारण वहां आए दिन वाहन सवार और पैदल लोग दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। लंबे समय से इस कार्य को शुरू किए जाने के लिए मांग चल रही है। रविवार को ऋषि विहार इंद्रा एन्क्लेव आवासीय समिति से जुड़े लोगों ने स्थानीय भाजपा विधायक विनोद चमोली से इस संबंध में मिलने का समय मांगा।

 

एक बस और अन्य निजी वाहनों में भरकर लगभग 250 से अधिक लोग विधायक विनोद चमोली के ओल्ड नेहरू कॉलोनी स्थित निजी आवास पर पहुंचे। जहां लोगों ने कहा कि सड़क और नाले का निर्माण न होने से परेशानी हो रही है। इस बीच कुछ लोगों ने विधायक पर मामले में सख्त कदम न उठाने के आरोप लगा दिए। जिस पर विधायक और कुछ लोगों में तीखी बहस हो गई। विधायक का कहना था कि उन पर बिना कुछ सोचे समझे दबाव बनाने की कोशिश न करें। वह क्षेत्र में विधायक निधि और अन्य मद से कई विकास कार्य करा चुके हैं। सड़क और नाला निर्माण कार्य के लिए भी लगभग सभी प्रक्रिया पूरी हो चुकी हैं। इस पर अब शासनादेश होना है।

 

 

 

बाद में समिति के पदाधिकारियों ने यह कहकर कि वह उनके विधायक हैं, इसलिए अपनी पीड़ा उनके सामने रख रहे हैं। समिति के अध्यक्ष वासुदेव जखमोला ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वह उनकी समस्या दूर कर देंगे, इसलिए वह उनके समक्ष मामला रख रहे हैं। विधायक ने भी कहा कि वह जनप्रतिनिधि होने के नाते उनके हित के लिए जहां तक जरूरत होगी लड़ेंगे। इस पर कई देर बाद मामला शांत हो पाया।

 

सत्ताधारी पार्टी के विधायक चमोली ने संपर्क करने पर बताया कि नाले को भूमिगत करने और उसके बाद सड़क निर्माण का कार्य होना है। आईटीबीपी से सटे होने और अन्य स्वीकृति को लेकर इसके लिए काफी मेहनत करनी पड़ी। मुख्यमंत्री उनके अनुरोध पर इसकी घोषणा भी कर चुके हैं। इसकी प्रक्रिया शासन स्तर पर अंतिम चरण में है। फिर भी कुछ लोग माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। विधायक चमोली ने कहा कि उन्होंने क्षेत्रवासियों को यह भी बता दिया है कि वह इसके लिए लगातार शासन के अधिकारियों के संपर्क में हैं।

 

अगले रविवार को वह क्षेत्र का दौरा भी करेंगे। एक शासनादेश होने में अगर दो महीने लग रहे हैं तो यह अधिकारियों की कार्य प्रणाली पर सवाल है और चिंताजनक स्थिति है। अगर 15 दिन के भीतर शासनादेश न हुआ तो जनता की समस्या को देखते हुए अब मेरा सब्र टूट जाएगा। विधायक चमोली ने कहा कि वह खुद क्षेत्रवासियों के साथ सचिवालय में धरने पर बैठेंगे। आखिर अधिकारियों के इस तरह के रवैये से सरकार की छवि खराब होने से बचाना भी हमारा दायित्व है।

 

 

 

 

 

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