मलबे के बीच महिला को निकालकर पहुंचाया जिला चिकित्सालय..
बद्रीनाथ हाईवे पर तीन जगहों पर भारी भूस्खलन..
रुद्रप्रयाग: मनसून सीजन अब पहाड़ों में अंतिम चरण में है, लेकिन इस अंतिम चरण में जमकर बारिश और भूस्खलन हो रहा है। लगातार हो रही तेज मूसलाधार बारिश के बाद अब भूस्खलन ने समस्याएं बढ़ा दी हैं। रुद्रप्रयाग से सात किमी दूर नरकोटा में बद्रीनाथ हाईवे पर जमकर पहाड़ी से भूस्खलन हो रहा है। भूस्खलन इतना अधिक है कि एक साथ हजारों टन मलबा हाईवे पर जमा हो रहा है।
मंगलवार रात को ही बद्रीनाथ हाईवे सिरोबगड़, नरकोटा और शिवनंदी में बंद हो गया। शिवनंदी और सिरोबगड़ में तो हाईवे को खोला गया था, लेकिन नरकोटा में पहाड़ी से भारी भूस्खलन हो गया। जिस कारण नरकोटा में देर रात से दोपहर दो बजे तक आवाजाही बाधित रही। इस बीच हाईवे को आवाजाही लायक बनाया गया। राजमार्ग बंद होने से एक गर्भवती महिला को खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। बद्रीनाथ राजमार्ग के चमधार और सिरोबगड़ में भी बंद होने से खांखरा से महिला को बेस अस्पताल नहीं ले जाया जा सका।
ऐसे में परिवारजन महिला को जिला अस्पताल लेकर आ रहे थे। नरकोटा में हाईवे के बंद होने से मलबे के ऊपर से परिजन गर्भवती महिला को दूसरी ओर लेकर आए। इस दौरान डीडीआरएफ की अल्फा टीम ने गर्भवती महिला की मदद की और आपदा प्रबंधन विभाग के वाहन के जरिये महिला को अस्पताल पहुंचाया गया। हाईवे के बंद होने से सड़क किनारे बैठे लोग राजमार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं। आपदा प्रबंधन अधिकारी नन्दन सिंह रजवार एवं डीडीआरएफ टीम के प्रभारी भगवान सिंह रौथाण ने बताया कि देर रात को बद्रीनाथ हाईवे तीन जगहों पर बंद हो गया था।
ऐसे में पुलिस के साथ ही कार्यदायी संस्था को सूचित किया गया और सुबह मशीने मौके पर आई। इसके बाद राजमार्ग को खोलने का कार्य शुरू हुआ। बताया कि दोपहर दो बजे तक नरकोटा में भी हाईवे को वाहनों की आवाजाही लायक खोल दिया गया।