देश/ विदेश

कुत्ते की मौत पर जागरण, हवन और मृत्युभोज का आयोजन..

कुत्ते की मौत पर जागरण, हवन और मृत्युभोज का आयोजन..

कुत्ते की मौत पर जागरण, हवन और मृत्युभोज का आयोजन..

‘कैप्टेन’ की विदाई की कहानी..

 

कुत्ते की मौत पर जागरण, हवन और मृत्युभोज..

‘कैप्टेन’ की मौत पर पूरे परिवार ने जताया शोक..

विधि विधान से दी गई पालतू डॉगी को विदाई..

 

देश/ विदेश : राजस्थान के सीकर निवासी अशोक गौड़ ने अपने पेट डॉगी की मौत पर अपना मुंडन कराया. उन्होंने उसके लिए मृत्युभोज दिया. परिवार ने कुत्ते की समाधि घर के अंदर ही बनवाई है.

 

सीकर: सोशल मीडिया पर जहां आए दिन बेजुबानों से होने वाली क्रूरता के वीडियो देखने को मिलते हैं. वहीं राजस्थान के सीकर में पशुओं के प्रति प्रेम और अपनापन को दिखाने वाला एक अनूठा घटनाक्रम सामने आया है. जहां एक पेट ओनर ने अपने डॉगी की मौत के बाद उसे पूरे विधि विधान से अंतिम विदाई दी. अशोक गौड़ के डॉगी ‘कैप्टन’ की मौत 30 मार्च को हुई थी.

‘बेटे की तरह मानते थे’

अशोक गौड़ नाम के शख्स ने अपने चहेते डॉगी ‘कैप्टन’ की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास किया. अशोक गौड़ अपने पालतू डॉग कैप्टन को इतना प्यार करते थे की उसे अपने साथ 5 साल पहले दिल्ली से लेकर आए थे. जब वह उसे दिल्ली लेकर आए थे तब वह सिर्फ 15 दिन का था. तीन महीने पहले वह अचानक बीमार हो गया तो उसका इलाज शुरू किया गया. इलाज के दौरान पता चला कि उसे ट्यूमर है. अशोक गौड़ अपने डॉगी को बच्चे की तरह मानते थे. वह अपने डॉगी का हर साल जन्मदिन भी मनाते थे.

श्रद्धांजलि और मृत्युभोज का आयोजन..

अशोक गौड़ ने अपने डॉगी के इलाज के लिए अमेरिका से 2.5 लाख की दवा मंगाई पर वह ठीक नहीं हो सका और उसकी जान चली गई. डॉगी की जान जाने के बाद अशोक गौड़ ने श्रद्धांजलि सभा रखी और मृत्युभोज का आयोजन कराया. इसके बाद डॉगी के याद में उन्होंने अपना सिर भी मुंडवाया और श्रद्धाजंलि सभा के बाद कीर्तन और भंडारे का आयोजन किया. इस समारोह में मोहल्ले के लोग भी शामिल हुए.

 

 

 

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