उत्तराखंड में बढ़ रहे मतदाता और विधानसभा चुनाव में घट रहे हैं दावेदार..
उत्तराखंड : उत्तराखंड में प्रत्येक विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है लेकिन लोगों में विधायक बनने की हसरत कम होती जा रही है।राज्य गठन के बाद पहली बार हुए विस चुनाव से लेकर अब तक 22 लाख से अधिक मतदाताओं की संख्या में वृद्धि हुई है, लेकिन प्रत्याशियों की संख्या में 31 फीसदी कमी आई है। 2000 में उत्तराखंड अस्तित्व में आया।
दो वर्ष बाद पहली बार यहां विधानसभा की 70 सीटों के लिए चुनाव हुए। जिसमें 927 लोगों ने विधायक बनने की इच्छा जताते हुए चुनाव में भागीदार की। उस दौरान प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 52 लाख 70 हजार 375 थी। इनमें 27 लाख 13हजार 347 पुरुष व 25लाख 57 हजार 28 महिला मतदाता शामिल रहीं। जहां 927 प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतरे थे।
वहीं पांच साल बाद हुए दूसरे विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की संख्या में 8लाख से अधिक बढकर 60 लाख 82 हजार 755 हो गई। लेकिन प्रत्याशी की संख्या घटकर 806 हो गई। वर्ष 2017 में संपन्न हुए चौथे आम चुनाव के दौरान प्रदेश में मतदाताओं की संख्या 74 लाख 95 हजार 672 पहुंच गई।
मतदाता-प्रत्याशियों का विवरण..
चुनाव प्रत्याशी मतदाता
2002 927 5270375
2007 806 6082755
2012 848 6277956
2017 637 7495672
2012 के चुनावों में दिखी वृद्धि..
2007 की अपेक्षा अगर बात करें 2012 चुनाव की तो यहां प्रत्याशियों की संख्या में जरूर वृद्धि देखने को मिली है। 2007 के विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की तादात 806 थी, जो 2012 में बढ़कर 848 हो गई, लेकिन अगर वर्ष 2002 के पहले चुनाव में प्रत्याशियों की संख्या देखे तो यह फिर भी कम है।