हर की पौड़ी पर दिखी प्राचीन लिपी..
उत्तराखंड: हर की पौड़ी पर निर्माण कार्य के दौरान पौराणिक पैड़ियां निकली हैं। इन पैड़ियों पर किसी लिपि में कुछ लिखा है। माना जा रहा है कि मौजूदा पैड़ियों के नीचे से निकली यह पौराणिक पैड़ियां करीब 500 साल पुरानी हो सकती हैं। मुख्य आरती स्थान के पास सीढ़ियों की मरम्मत के दौरान सीढ़ियों के पत्थर के नीचे रखे शिलाओं पर अंकित प्राचीन लिपि दिखाई दी। गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ ने लिपी का वीडियो और फोटो को पुरातत्व विभाग को भेजा है।
हर की पौड़ी पर ब्रह्मकुंड के पास श्री गंगा सभा ने सीढ़ियों की मरम्मत के लिए पत्थरों को हटाने का शुरू करवाया था। मंगलवार सुबह मजदूरों ने पत्थरों के नीचे रखी शिलाओं पर मिट्टी और काई जमी देखी।
जब मजदूरों ने शिलाओं को पानी से साफ किया तो उन पर उकेरी हुई प्राचीन लिपी दिखाई दी। मजदूरों ने इसकी जानकारी श्री गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ठ को दी। तन्मय वशिष्ठ ने काम को तत्काल रुकवाया। इसके बाद हरकी पैड़ी पर प्राचीन लिपी को देखने के लिए लोगों का तांता लग गया। कई लोगों ने प्राचीन लिपी के फोटो सोशल मीडिया पर डाल दिए।
गंगा सभा ने दोनों शिलाओं पर पत्थर लगाने काम रुकवा दिया है। अब दोनों शिलाओं पर बुलेट प्रूफ कांच लगाने की तैयारी की जा रही है। इसके बाद श्रद्धालु हरकी पैड़ी प्राचीन शिला के भी दर्शन कर पाएंगे।पुरातत्व विभाग को शिलाओं की फोटो और वीडियो भेज दी गई है। एक दो दिन में शिलाओं पर अंकित प्राचीन लिपी के समय काल की जानकारी मिल जाएगी। वही इसे पढ़ कर बता सकते हैं कि प्राचीन लिपी किस कालखंड की हैं।