उत्तराखंड

ऋषिकेश की चिला नहर से मिला अंकिता का शव..

ऋषिकेश की चिला नहर से मिला अंकिता का शव..

भाजपा नेता का बेटा है हत्यारोपी..

SIT को सौंपी गयी जांच..

 

 

 

 

 

 

 

SDRF ने आज सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चिल्ला नहर से बरामद कर लिया है। SDRF के प्रवक्ता ने अंकिता भंडारी के शव को चिल्ला नहर से बरामद किए जाने की पुष्टि की है। वहीं, मामले की जांच अब एसआईटी करेगी।

 

 

उत्तराखंड: SDRF ने आज सुबह अंकिता भंडारी का शव ऋषिकेश की चिल्ला नहर से बरामद कर लिया है। SDRF के प्रवक्ता ने अंकिता भंडारी के शव को चिल्ला नहर से बरामद किए जाने की पुष्टि की है। वहीं, मामले की जांच अब एसआईटी करेगी। शनिवार सुबह ऋषिकेश अपर पुलिस अधीक्षक शेखर सुयाल का कहना हैं कि मृतक के भाई और पिता मेरे साथ थे और उन्होंने शव की शिनाख्त की है।

 

बैराज में मिला शव अंकिता भंडारी का है। SDRF अधिकारी का कहना हैं कि सुबह 7 बजे सर्च ऑपरेशन शुरू किया था। हमें यहां एक महिला का शव मिला जिसको निकाला गया। उसके परिजन शिनाख्त के लिए यहां आए थे। परिजनों द्वारा बताया गया है कि वो अंकिता भंडारी का ही शव है। शव को ऋषिकेश के एम्स ले जाया गया है।

आपको बता दे कि रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भाष्कर के साथ रिजॉर्ट से गई थी। इसके बाद करीब साढ़े दस बजे ये तीनों ही रिजॉर्ट में लौटे। अंकिता उनके साथ नहीं थी। इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उन्होंने सारे घटनाक्रम को उगल दिया। उन्होंने पुलिस को बताया कि अंकिता पर वह यहां आने वाले ग्राहकों से संबंध बनाने को कहते थे।

यह बात अंकिता सबको बता रही थी। वह बार-बार रिजॉर्ट की हकीकत सामने लाने की धमकी दे रही थी। इस बात को लेकर विवाद चल रहा था। घटना वाले दिन दो अलग-अलग वाहनों पर चारों लोग चीला बैराज के पास गए। वहां पर उन्होंने फास्टफूड के साथ शराब पी। इसके बाद आगे चले और नहर किनारे रुक गए। यहां पर पुलकित और अंकिता का फिर से झगड़ा होने लगा।

इस बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल फोन छीनकर नहर में फेंक दिया। इस बात पर पुलकित को गुस्सा आ गया और उसने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया। अंकिता ने दो बार पानी से ऊपर आकर बचाने की आवाज लगाई। मगर, तीनों डर गए और वहां से भागकर रिजॉर्ट में आ गए। यहां पर उन्होंने कर्मचारियों को इस तरह से बताया कि अंकिता अपने कमरे में है। कुछ देर बाद तीनों ही राजस्व पुलिस चौकी में गुमशुदगी दर्ज कराने चले गए।

एएसपी का कहना हैं कि लंबी पूछताछ के बाद पुलकित आर्य (निवासी स्वदेशी भवन, आर्यनगर, ज्वालापुर हरिद्वार), अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता आर्य (निवासी दयानंद नगरी, ज्वालापुर, हरिद्वार) और सौरभ भास्कर (निवासी सूरजनगर, ज्वालापुर, हरिद्वार) को हत्या, साक्ष्य छुपाने आदि के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। इधर, शुक्रवार देर शाम तक चीला नहर में अंकिता के शव को तलाश किया गया था। एसडीआरएफ ने आज शव को बरामद कर लिया।

शनिवार सुबह अंकिता का शव मिलने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना हैं कि इस हृदय विदारक घटना से मन अत्यंत व्यथित है। दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दिलाने के लिए पुलिस उपमहानिरीक्षक के नेतृत्व में SIT का गठन कर त्वरित जांच के भी आदेश दे दिए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा संकल्प है कि इस जघन्य अपराध के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।

 

 

 

 

 

 

 

 

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