अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दुर्घटना का ग्राफ बढ़ता जा रहा,अधिकारी कर रहे हादसे का इंतजार..
उत्तराखंड: अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे पर दुर्घटना का ग्राफ बढ़ता ही जा रहा है। बावजूद संबंधित विभाग हाईवे किनारे सुरक्षात्मक कार्य कराने की जहमत नहीं उठा रहा। हाईवे पर मनर्सा (सुयालबाड़ी) के समीप स्थिति खतरनाक बनी हुई है। जबकि उक्त स्थान पर तीन लोग मर चुके हैं। फिर भी सुरक्षात्मक कार्य नहीं कराए जा रहे हैं।
हाईवे पर नवोदय विद्यालय के समीप कुछ वर्ष पूर्व बैंक अधिकारियों का वाहन कोसी नदी में जा गिरा था। हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई थी,जबकि दो अन्य घायल हुए थे। हादसे को तीन वर्ष बीत जाने के बावजूद उक्त स्थान पर सुरक्षा के ठोस उपाय नहीं किए जा सके हैं। जिससे दुर्घटना का खतरा बढ़ता ही जा रहा है।
सुरक्षात्मक कार्य ना होने पर वाहन चालकों को जान जोखिम में डाल आवाजाही करनी पड़ रही है, जिससे लोगों में गहरा रोष व्याप्त है। प्रांतीय नगर उद्योग व्यापार मंडल के जिला संगठन मंत्री मदन सुयाल का कहना है कि कई बार एनएच के अधिकारियों को उक्त स्थान पर सुरक्षात्मक कार्य कराए जाने की मांग उठाई जा चुकी है विभागीय अधिकारी अनसुनी कर दे रहे हैं।
उक्त स्थान पर कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। इसके बावजूद संबंधित विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे। रोजाना हाईवे पर बड़े नेता तथा एनएच के अधिकारी आवाजाही करते हैं खतरनाक स्थान की ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। यदि जल्द ही सुरक्षात्मक कार्यों का निर्माण नहीं किया गया, तो व्यापारी आंदोलन को विवश होगे।
हाईवे के हालात ठीक नहीं है। करोड़ों की लागत से खैरना से काकडीघाट तक दस किलोमीटर टूलेन का निर्माण किया गया पर अब हालात बदतर हो चुके हैं। जगह-जगह हाईवे पर गड्ढे होने से बाइक सवार रपट कर चोटिल भी हो चुके हैं वहीं दुर्घटना का खतरा भी बढ़ता ही जा रहा है। अल्मोड़ा हल्द्वानी जैसे महत्वपूर्ण हाईवे पर संबंधित विभाग गड्ढों में मिट्टी भर इतिश्री कर रहा है, जिससे लोगों में गहरा रोष है। ग्राम प्रधान छड़ा खैरना प्रेम नाथ गोस्वामी ने तत्काल पैच वर्क किए जाने की मांग उठाई है।