पेपर लीक मामले में आयोग में तैनात पीआरडी कर्मचारी गिरफ्तार..
पत्नी को हल प्रश्न पत्र देकर कराया चयनित..
पेपर लीक मामले में 33 लोग हुए गिरफ्तार..
यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में शनिवार को 33वीं गिरफ्तारी हुई। चमोली के भीमतला जिले के नागरिक और आयोग के लिए काम कर रहे एक पीआरडी अधिकारी संजय राणा को एसटीएफ ने हिरासत में लिया।
उत्तराखंड: यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में शनिवार को 33वीं गिरफ्तारी हुई। चमोली के भीमतला जिले के नागरिक और आयोग के लिए काम कर रहे एक पीआरडी अधिकारी संजय राणा को एसटीएफ ने हिरासत में लिया। पूर्व पीआरडी कर्मचारी मनोज जोशी के साथ आरोपी को लखनऊ से लीक हुए प्रश्न पत्र की हार्डकॉपी मिली और इसका इस्तेमाल अपनी पत्नी को चयनित करने के लिए किया।
गवाहों की बयान और टेक्निकल साक्ष्य के आधार पर स्पेशल टास्क फोर्स ने संदिग्धों को हिरासत में लिया। अभियुक्त के कब्जे से फोटो कॉपी मशीन और सीपीयू बरामद हुआ है। यूकेसीएसएससी में, उन्हें 2014 से अप्रैल तक पीआरडी कर्मचारी के रूप में काम पर रखा गया था।
इससे पहले शुक्रवार को पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने राजकीय पॉलीटेक्निक हिंडोलाखाल के जूनियर असिस्टेंट को गिरफ्तार किया था। वह मूल रूप से लक्सर, हरिद्वार का रहने वाला है। आरोप है कि उसने कई अभ्यर्थियों को धामपुर में हाकम सिंह के सेंटर पर हल किया हुआ पेपर दिया था। इसे याद कर अभ्यर्थियों ने दोनों दिन परीक्षा में भाग लिया।
आपको बता दे कि एसटीएफ के एसएससपी अजय सिंह का कहना हैं कि इस परीक्षा के पेपर लीक में धामपुर ही केंद्र बना हुआ है। हाकम ने ललित राज शर्मा के मकान को सेंटर बनाया था। यहां 100 से अधिक अभ्यर्थियों को हल किया हुआ पेपर दिया गया था। एक-एक कर सभी आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
इसमें कई अभ्यर्थियों के बयान भी दर्ज किए गए हैं। इनमें अब राजवीर निवासी लक्सर का नाम भी सामने आ रहा था। वह हाकम सिंह के सेंटर पर कई अभ्यर्थियों को लेकर गया था। यहां उसने इन्हें पेपर दिया और याद कराया। इसके बाद उन्हें अपने वाहन से ही परीक्षा केंद्रों तक लेकर गया और वापस लाया। उसके खिलाफ कई लोगों ने बयान दिए हैं। इस आधार पर शुक्रवार को उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। वह पॉलीटेक्निक हिंडोलाखाल, टिहरी गढ़वाल में जूनियर असिस्टेंट है। आरोपी को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया है।