रुद्रप्रयाग में फंदे से लटकी मिली युवती की लाश..
उत्तराखंड: भारतीय समाज में दहेज़ प्रथा अभी भी विकराल रूप में है। देश में औसतन हर एक घंटे में एक महिला दहेज संबंधी कारणों से मौत का शिकार होती है आज के आधुनिक समय में भी दहेज़ प्रथा नाम की बुराई हर जगह फैली हुई है। ऐसी ही एक खबर रुद्रप्रयाग से भी सामने आयी हैं। जहां एक विवाहिता महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। महिला की मौत के बाद मायकेवालों ने ससुराल पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मृतक के पिता का कहना है कि ससुरालवालों ने बेटी की पिटाई कर उसका गला घोंटकर हत्या कर दी। हत्या के बाद विवाहिता के शव को फांसी पर लटका कर घटना को खुदकुशी का रूप देने की कोशिश की गई। मृतक के पिता ने राजस्व पुलिस को तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की है। शिकायतकर्ता योगेंद्र टम्टा अगस्त्यमुनि के अंतर्गत आने वाले ग्राम मूनासू में रहते हैं। एक साल पहले उनकी बेटी विजय भारती का विवाह ग्राम चंद्रापुरी निवासी सरकारी शिक्षक शिवलाल आर्य के पुत्र सुभाष चंद्र के साथ हुआ था।
योगेंद्र टम्टा का कहना हैं कि पिछले 6 महीने से ससुराल वाले उनकी बेटी पर दहेज के रूप में 7 लाख रुपये लाने का दबाव बना रहे थे। बेटी के भविष्य को देखते हुए उन्होंने इसकी शिकायत नहीं की। बीते शुक्रवार योगेंद्र एक सगाई में शामिल होने के लिए जाखाल गांव गए थे। इस बीच उनकी बेटी विजय भारती उन्हें लगातार कॉल करती रही।
उसने कहा कि ससुराल वाले उसे लगातार पीट रहे हैं। योगेंद्र टम्टा ने दोपहर तक बेटी के ससुराल पहुंचने का आश्वासन दिया, लेकिन इससे पहले ही उन्हें बेटी की मौत की मनहूस खबर मिल गई। ससुराल वालों का कहना हैं कि उनकी बेटी ने फांसी लगा ली है। योगेंद्र का कहना है कि उनकी बेटी ने खुदकुशी नहीं की है। बल्कि ससुराल वालों ने उसे गला घोंटकर मारा है। मामले की जांच की जा रही है।